सही राह बताते शिक्षक | Newsforum
©नीरज यादव, चम्पारण, बिहार
पूरे साल भर मेहनत करते,
मन लगाकर पढ़ाते हमें।
जो ना समझ में आये हमको,
दोबारा समझाते हमें।
परीक्षा में अच्छा परिणाम आये,
इसके लिए जी – जान वो लगा देते हैं।
चाहे जितना भी मूर्ख हों हम ,
अपने परिश्रम से सफल बना देते हैं।
जब ग़लत राह पर चलते हम,
सही राह वो बताते हैं।
जो आंधी में भी जलकर रोशनी फैलाये,
वैसा दीप बनाते हमें।
समाज के जाति – धर्म का भेद – भाव,
मिटाने को सिखाते हमें।
सभी धर्मों का आदर सम्मान,
करने को सिखाते हमें।
हमारे महान शिक्षकों को,
मेरा कर जोड़कर प्रणाम है।
मेरी यह छोटी – सी रचना,
उनके लिए एक सम्मान है।