प्रस्तावना का वाचन कर संविधान की प्रति विद्यार्थियों को भेंट कर भीम आर्मी प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े ने संविधान दिवस | ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन

सारंगढ़ / बिलाईगढ़ | [छत्तीसगढ़ बुलेटिन] | भीम आर्मी छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े संविधान दिवस पर उच्चभिठी व छिन्द हाई स्कूल पहुंचे, जहां से उन्होंने हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी की। स्कूल में भीम आर्मी छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े का आत्मीय स्वागत किया गया। उन्होंने स्कूल में संविधान की प्रस्तावना का वाचन कर संविधान निर्माता डॉ. आंबेडकर की जीवनी पर प्रकाश डाला।
उन्होंने अपने उद्बोधन में यह भी बताया कि किस प्रकार डॉ. आंबेडकर को स्कूल में बैठकर पढ़ने नहीं दिया था और बड़ी कठिनाई के साथ कम संसाधनों के बीच अपनी पढ़ाई जारी रखी और डॉ भीमराव आंबेडकर जी ने लंदन इकोनॉमिक्स की 8 वर्ष की पढ़ाई 2 वर्ष 3 माह में पूरी कर 32 डिग्री हासिल किए थे। उन्हें (डॉ. आंबेडकर) 9 भाषा का ज्ञान था। डॉ. भीमराव आंबेडकर जी ने भारत का संविधान 2 वर्ष 11 माह 18 दिन में लिखकर देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद को 26 नवम्बर सन 1949 को सौंपा था।
उच्चभिठी व छिन्द हाई स्कूल स्टाफ से रूबरू होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े छात्र- छात्राओं के बीच पहंचे और उन्होंने मंच से ही उनकी पढ़ाई का हाल चाल जाना। स्कूल स्टाफ पाण्डे मैडम ने प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े को संविधान की प्रस्तावना पढ़ने व संविधान दिवस पर संवैधानिक बात रखने के लिए आमंत्रित किया। प्रदेश अध्यक्ष ने भारत के प्रस्तावना को पढ़कर बताया कि भारत के संविधान को लिखने वाले डॉ भीमराव आंबेडकर जी को इस देश के जातिवादियों ने स्कूल बैठकर पढ़ने नहीं दिया था और उसी बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर जी ने लंदन इकोनॉमिक्स की 8 वर्ष की पढ़ाई 2 वर्ष 3 माह में पूरा कर 32 डिग्री हासिल किया था व उन्हें 9 भाषा का ज्ञान था।
डॉ भीमराव आंबेडकर जी ने भारत के संविधान 2 वर्ष 11 माह 18 दिन में भारत के संविधान को लिखकर भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद को 26 नवम्बर सन 1949 को सौंपा था। जो 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था। प्रदेश अध्यक्ष ने अपने उद्बोधन में 6 मौलिक अधिकार को भी बताया (1) समता का अधिकार, (2) स्वतंत्रता का अधिकार, (3) शोषण के विरुद्ध अधिकार, (4) धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार, (5) संस्कृति और शिक्षा संबंधी अधिकार, (6) संवैधानिक उपचारों का अधिकार के साथ आर्टिकल 19 हर तरह के जुल्म के खिलाफ लड़ाई लड़ने व आवाज उठाने का अधिकार देता है। आज संविधान की ताकत वह ताकत है जो हजारों तोप, तलवार से भी बढ़कर है। तो किसी को डरने का कोई जरूरत नहीं है।
शिक्षा का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा शेरनी का वह दूध है जो जितना पिएगा उतना दहाड़ेगा। स्कूल के सभी विद्यार्थियों के उज्वल भविष्य की कामना करते हुए स्कूल स्टाफ व सभी छात्र छत्राओं को संविधान व संविधान से मिले अधिकार दिवस का बधाई देते हुए दोनों स्कूल (उच्चभिठी व छिन्द) के सभी छात्र छात्राओं व समस्त स्कूल स्टाफ के साथ मिलकर संविधान दिवस को मनाया।
इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े के साथ कोषाध्यक्ष संतोष बौद्ध, प्रदेश अध्यक्ष के सहयोगी हेमंत खूंटे अजय खूंटे, मुकेश लहरे भी साथ रहे।