.

लोकसभा चुनाव में चंडीगढ़ सीट पर भाजपा ने पीएम मोदी पर ही छोड़ दिया फैसला

नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव में चंडीगढ़ बेहद हॉट सीट बनी हुई है। कहा जा रहा है कि इस सीट पर उम्मीदवार चुनने का फैसला भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ही छोड़ दिया है। वहीं, कांग्रेस भी चाहती है कि इस पर फैसला अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ही लें। खास बात है कि चंडीगढ़ सीट पर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने गठबंधन का ऐलान भी किया है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि पीएम मोदी व्यक्तिगत रूप से चंडीगढ़ सीट पर चर्चा करेंगे। हालांकि, अब तक यह साफ नहीं है कि इसे लेकर बैठक कब होगी। इस संभावित बैठक में पीएम मोदी के साथ-साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी होंगे।

क्यों बनी हॉट सीट
कहा जा रहा है कि मेयर चुनाव और कांग्रेस-आप गठबंधन दो बड़ी वजह हो सकती हैं। मेयर चुनाव में कैमरे पर मतों से छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया था, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने बैलेट पेपर्स की काउंटिंग कराई थी। तब चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को मेयर घोषित कर दिया गया था। जांच में पता चला कि वोट आप और कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार कुलदीप कुमार के समर्थन में थे। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि चंडीगढ़ भाजपा में गुटबाजी भी जारी है और शहर से स्थानीय और नए उम्मीदवार को उतारने की मांग की जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी नेताओं को बताया गया है कि पीएम मोदी व्यक्तिगत रूप से चंडीगढ़ पर चर्चा करेंगे। हालांकि, इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।

रिपोर्ट के अनुसार, अटकलें थीं कि इस सीट से भाजपा कंगना रनौत को उतार सकती है। हालांकि, उन्हें हिमाचल प्रदेश के मंडी से टिकट दिया गया है। सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि दो क्रिकेटरों ने भी चंडीगढ़ से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। खबर है कि स्थानीय चुनाव समिति ने चार नाम आलाकमान को भेजे हैं, जिनमें मौजूदा सांसद किरण खेर शामिल नहीं हैं।

कांग्रेस में भी खींचतान?
खबर है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल और मनीष तिवारी भी चंडीगढ़ से टिकट हासिल करने की कोशिश में हैं। जबकि, कांग्रेस के स्थानीय अध्यक्ष ने लोकल के ही नेता को मौका देने की बात कही है। खेर ने साल 2014 और 2019 में बंसल को चुनाव हराया था।

 


Back to top button