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छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेत्री के घर ED का छापा, 54 करोड़ के घोटाले में कार्रवाई, 13 अफसरों की टीम कर रही जांच l ऑनलाइन बुलेटिन

रायपुर | (छत्तीसगढ़ बुलेटिन) | प्रदेश के दुर्ग जिले में एक कांग्रेस नेत्री के घर पर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) का छापा पड़ा है। सोमवार की सुबह से ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की 13 सदस्यीय टीम उक्त कांग्रेस नेत्री और उनके भाई के घर दस्तावेजों की जांच कर रही है। कांग्रेस नेत्री के घर अनुपातहीन संपत्ति की जानकारी ईडी को मिली है। ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की यह कार्रवाई दिल्ली में गिरफ्तार रायपुर के शराब कारोबारी सुभाष शर्मा के साथ जुड़े तार के चलते मारी है। सुभाष पर 54 करोड़ रुपये घोटाला करने का आरोप है।

 

मिली जानकारी के मुताबिक दुर्ग जिले के पाटन स्थित कांग्रेस नेत्री जयंती साहू के यहां ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की रेड पड़ी है। ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की 13 सदस्यीय टीम सोमवार की सुबह पाटन के ग्राम गातापार पहुंची। पूर्व जिला पंचायत सदस्य जयंती साहू एवं उसके भाई विमल साहू के घर पर दबिश दी है।

 

ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की टीम यहां जरूरी दस्तावेज खंगाल रही है। घर के बाहर सशस्त्र पुलिस बल भी तैनात है। टीम ने पूरे घर को सील कर दिया है। घर से किसी को बाहर और न ही किसी को अंदर आने की अनुमति दी जा रही है।

 

छापे की कार्रवाई पूरी तरह से गोपनीय रखी गई है। राज्य स्तर के किसी भी अधिकारी को इसकी जानकारी नहीं थी। छापे में बेनामी संपत्ति की जानकारी मिलने की बातें भी सामने आ रही है।

 

दिल्ली से गिरफ्तार सुभाष शर्मा से मिले इनपुट

 

बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने 7 दिन पहले रायपुर के सुभाष शर्मा को दिल्ली में गिरफ्तार किया है। ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने जब सुभाष शर्मा को 10 दिनों की रिमांड में लेकर पूछताछ की तब उन्हें दुर्ग जिले के गातापार निवासी जयंती साहू और विमल साहू के बारे में जानकारी दी। इसके बाद सोमवार को छापा मारा गया है। जयंती साहू व विमल साहू के कुछ रिश्तेदारों के घर भी ईडी की पहुंचने की खबर है।

 

ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने रायपुर के शराब कारोबारी सुभाष शर्मा के यहां भी छापा मारा था। रेड के दौरान उन्हें फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अलग-अलग कंपनियां बनाकर कई बैंक से करोड़ों रुपये का लोन लेने का पता भी चला था।

 

फर्जी कंपनियां खोलकर करोड़ों का लोन लिया

 

 

ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के एक आला अधिकारी ने बताया कि सुभाष शर्मा नाम के इस शख्स ने अनेकों कागजी कंपनियां खोली थीं। इन कंपनियों में से अनेक में कोई काम धाम नहीं होता था। इन कंपनियों को सिर्फ बैंकों से लोन लेने के लिए खोला गया था।

 

राजधानी रायपुर के गोल बाजार, सिविल लाइन थाना और केंद्रीय जांच ब्यूरो में लगभग 54 करोड़ रुपये के घोटाले के मामले दर्ज भी हुए। सुभाष शर्मा का शराब के साथ होटल व अन्य कारोबार भी है।

 

 

इधर पाटन के छापे में अभी क्या-क्या मिला है, इसकी जानकारी अभी नहीं दी जा रही है। कार्रवाई पूरी होने के बाद पूरी जानकारी मिलने की बातें सामने आई है।


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