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महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ की सीमा पर नक्सलियों का उत्पात, निर्माण में लगी मशीनों को लगाई आग, इलाके में दहशत | ऑनलाइन बुलेटिन

राजनांदगांव | [छत्तीसगढ़ बुलेटिन] | प्रदेश में राजनांदगांव जिले से लगे महाराष्ट्र की सीमा पर सोमवार की रात नक्सलियों ने जमकर उत्पात मचाया। दंडकारण्य बंद के दौरान नक्सलियों ने गढ़चिरौली जिले में सड़क व पुल निर्माण के लिए रखी मिक्सर मशीनों को आग के हवाले कर दिया। नक्सलियों ने सीमेंट की बोरियों को भी फाड़कर फेंक दिया। माओवादी वारदात से क्षेत्र में दहशत है। घटना की सूचना पर सर्चिंग पार्टी रवाना की गई है। मामला जिले के धोढराज थाना क्षेत्र का है।

 

छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे भामरागढ़ तहसील के कोठी-मरकणार मार्ग पर कुक्कुमेठा से लस्कर के बीच पुल निर्माण का काम चल रहा था। सोमवार की रात बड़ी संख्या में सशस्त्र नक्सली आए और निर्माण कार्य के लिए रखी मशीनों को आग के हवाले कर दिया। नक्सलियों ने सीमेंट की बोरियों को भी फाड़कर फेंक दिया। हथियारबंद नक्सलियों ने वारदात को अंजाम दिया है। सप्ताहभर पहले गढ़चिरौली जिले से पुलिस ने 18 लाख रुपये का 4 इनामी नक्सलियों को गिरफ्तार किया था, जो एक शादी समारोह में शामिल होने आए थे।

 

कोंटा से 15 किमी आगे बस को जलाया था

 

बता दें कि दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी की सदस्य हार्डकोर महिला नक्सली निर्मला उर्फ नर्मदा दीदी की 9 अप्रैल को महाराष्ट्र में मौत हो गई है। उस पर लगभग 25 लाख रुपये का इनाम घोषित था। निर्मला की मौत को माओवादियों ने शासन-प्रशासन की साजिश बताते हुए 25 अप्रैल को दंडकारण्य यानी सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर जिला बंद का आह्वान किया था।

 

सोमवार को माओवादियों ने सुकमा जिले के कोंटा से 15 किमी आगे चिंतुर थाना क्षेत्र के कोतुर में एक यात्री बस को आग लगा दी थी। वहीं बंद का पाम्पलेट लगाते व पुलिस की रेकी करने आए 4 नक्सली को सुकमा में सर्चिंग पार्टी ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

 

 

 

©नवागढ़ मारो से धर्मेंद्र गायकवाड़ की रपट 

 


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