.

मुंगेली के बाल मेले में एसएमसी अध्यक्ष, शिक्षाविद, पालकों व शिक्षकों के बीच शासन के एजेंडे पर की गई चर्चा | ऑनलाइन बुलेटिन

मुंगेली | [छत्तीसगढ़ बुलेटिन] | 14 नवंबर बाल दिवस का दिन बच्चों के लिए तो खास होता ही है, लेकिन ये दिन बड़ों के लिए भी काफी खास होता है। बाल दिवस के दिन बड़े भी बच्चों के साथ बच्चा बनकर खूब मस्ती करते हैं और अपने बचपन के दिनों को याद करते हैं।

 

बाल दिवस एक ऐसा अवसर है जिसमें हमें अपने बच्चों के साथ ज़्यादा से ज़्यादा समय बिताना चाहिए, उनके साथ खेलना चाहिए और उन्हें भी अपने बचपन के दिनों के किस्से सुनाने चाहिए।

 

बाल दिवस है कितनी प्यारी

हम बच्चों को‌ सबसे‌ प्यारी

बच्चों के मन में बसते हैं,

सदा, स्वयं भगवान।

एक बार नेहरू चाचा ने,

बच्चों को पास बुलाया

हंसे जोर से हाथ मिलाए

नेहरूजी भी बन गये।

 

आज इसी बाल दिवस के अवसर पर शासकीय प्राथमिक शाला लिम्हा विकासखंड मुंगेली जिला मुंगेली में बाल मेला व एसएमसी की बैठक रखी गई। जिसमें एसएमसी की अध्यक्ष, शिक्षाविद, पालकों व शिक्षकों के बीच शासन के एजेंडा के बारे चर्चा की गई।

 

इस कार्यक्रम में शिक्षाविद् विजय मिश्रा, गोमती साहू, गोवर्धन बंजारा, प्रमिला मेहर, कीर्ति साहू, वंदिता शर्मा, सुनीता बंजारा, नीतू पांडेय, अनिता पैंकरा, सपना ठाकुर, बुटन साहू, ऊषा ठाकुर आदि उपस्थित थे।

 

ये भी पढ़ें:

मस्तूरी : पेंड्री शासकीय उचित मूल्य की दुकान के संचालक द्वारा राशन वितरण में गड़बड़ी का मामला आया सामने | ऑनलाइन बुलेटिन

 


Back to top button