मैं एक ऐसे भारत का सपना देखता हूं | newsforum

©नीरज सिंह कर्दम, बुलन्दशहर, उत्तर प्रदेश
परिचय : शिक्षा – 12th, रुचि – कविता लिखना, अवार्ड- डॉ भीमराव आंबेडकर नेशनल फेलोशिप राष्ट्रीय अवार्ड 2019, डॉ. भीमराव आंबेडकर नेशनल फेलोशिप राष्ट्रीय अवार्ड 2020-21 के लिए चयनित.
जहां कोई जातिवाद ना हो
जहां कोई धर्मवाद ना हो
जहां कोई लिंगभेद ना हो,
वहां ऐसे समाज का निर्माण हो,
मैं एक ऐसे भारत का सपना देखता हूं !
जहां सबको सर उठाकर चलने की हो आजादी
दबंगई का नाम ओ निशान ना हो,
भाई चारा जहां विराजमान हो,
गरीबों को गले लगाएं, नारी का सम्मान करें,
मैं एक ऐसे भारत का सपना देखता हूं !
जहां बेटी के जन्म पर उत्सव मनाएं,
जहां एक ऐसे भारत का निर्माण हो,
नारी को किसी भी पहर अकेले जाने का भय ना हो,
हर नारी का सम्मान हो, कभी ना उसका अपमान हो
मैं एक ऐसे भारत का सपना देखता हूं !
जाति धर्म पर आधारित पहचान नहीं
उसके कर्म से उसकी पहचान हो,
मानव को मानवता से जोड़े
जहां एक ऐसे समाज का निर्माण हो,
मैं एक ऐसे भारत का सपना देखता हूं!