देशभर में 28 राजमार्गों पर उतर सकते हैं IAF के विमान, सबसे ज्यादा लैंडिंग फैसिलिटी असम में | ऑनलाइन बुलेटिन
नई दिल्ली | [नेशनल बुलेटिन] | IAF (भारतीय वायु सेना) ने देश भर के राजमार्गों पर 28 ELF (आपातकालीन लैंडिंग सुविधाओं) की पहचान की है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ऐसी पांच इमरजेंसी लैंडिंग फैसिलिटी असम में, चार पश्चिम बंगाल में, तीन आंध्र प्रदेश में, तीन गुजरात में, तीन राजस्थान में, दो बिहार में, दो हरियाणा में, दो जम्मू-कश्मीर में, तमिलनाडु में दो और पंजाब और उत्तर प्रदेश में एक-एक हैं।
ये इमरजेंसी लैंडिंग सुविधाएं मिलिट्री एयरक्राफ्ट के संचालन में सक्षम हैं और यदि आवश्यक हो तो समान श्रेणी के नागरिक विमानों के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
गडकरी ने सदन को यह भी बताया कि एक नीति के रूप में राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए भूमि की सीमांत पट्टी में कम से कम पेड़ काटे गए हैं और कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के कारण अब तक “पर्यावरण पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा है”।
उन्होंने कहा, “पर्यावरण पर थोड़ा सकारात्मक प्रभाव हो सकता है क्योंकि काटे गए पेड़ों के बदले अधिक पेड़ लगाए जाते हैं। मंत्रालय ने यह भी फैसला लिया है कि पेड़ों को लगाने की जगह तकनीक और विशेषज्ञता का इस्तेमाल कर उन्हें लगाया जाएगा। यह काम प्रगति पर है।”