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सौंदर्यकरण के नाम पर लाखों के पेड़ चढ़ गए भ्रष्टाचार की भेंट

भरतपुर
भुसावर नगर पालिका में नगर पालिका में काफी दिनों से कमीशन बाजी का खेल नगर पालिका प्रशासन और ठेकेदारो के बीच लगातार खेला जा रहा है। नगर पालिका मंडल में प्रशासन भी काफी हद तक बेबस नजर आ रहा है। मामला सौंदर्यीकरण से जुड़ा हुआ हो या ग्रीन बेल्ट या नाले निर्माण का कार्य हो सब में जमकर घोटाला नगर पालिका प्रशासन और उनके नजदीकी चहेते हुए ठेकेदारों की ओर से किया जा रहा है।

नगर पालिका की अनदेखी के कारण कस्बा में लाखों रुपए की लागत से लगाए गए पेड़ भ्रष्टाचार की बलि चढ़ गए है। नगर पालिका के पार्षद अमर सिंह जाटव व बहादुर सैनी ने बताया कि कस्बा में सैरकी मंदिर के पास नागा साधुओं के तालाब की पाल पर ग्रीन बेल्ट के तहत नगर पालिका की ओर से 45 लाख रु के पेड़ और घास, गेट एंगल लगाई गई थी जो कि नगर पालिका प्रशासन की अनदेखी और लापरवाही के कारण घास सूख चुकी है और जो एंगल लगाई गई थी वो चोरी हो चुकी है। इससे पूर्व स्टेट मेगा हाई वे के किनारे एक ठेकेदार की ओर से जगह जगह पेड़ लगाए गए वे पेड़ भी सूख चुके हैं और उनपर लगे ट्री गार्ड चोरी हो चुके हैं जो 9 लाख रुपए की लागत के थे।

नगर पालिका के ठेकेदारों की मनमानी और नगर पालिका प्रशासन की मिली भगत से 45 लाख रूपए की राशि का दुरूपयोग किया जा रहा हैं। राज्य सरकार के निर्देश पर नगर पालिका की तरफ से संवेदक को जो शर्त के मुताबिक टेंडर दिए गए उसमे लगाए गए पेड़ो को,पानी देने की शर्त थी। लेकिन ठेकेदारों द्वारा इनमें से कोई शर्त पूरी नहीं की गई।

भुसावर नगर पालिका में इस समय प्रशासन के नाम पर अंधा पीसे कुत्ता खाय वाली कहावत चरितार्थ होती नजर आ रही है। स्थानीय लोगों ने 45लाख रूपये की लागत से लगाए गए पेड़ो और घास के घोटाले की जांच की मांग जिला प्रशासन से की है। इससे पूर्व नगर पालिका प्रशासन और उसके की ओर से नगर पालिका इलाके में हुए विभिन्न विकास कार्यों में घपला करने के आरोप लग चुके हैं। इस मामले में जब नगर पालिका के कनिष्ठ अभियंता विकास कुमार चौधरी से बात कि तो उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में आ चुका है जांच कर कार्रवाई की जाएगी।


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