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भारत ने संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद रोधी कोष में पांच लाख डॉलर दिए

अमेरिका ने इजरायल से की बात, कहा- रफा ऑपरेशन का दायरा सीमित

भारत ने संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद रोधी कोष में पांच लाख डॉलर दिए

हमास की सैन्य क्षमताओं को खत्म करने की दिशा में फराह पर नियंत्रण महत्वपूर्ण कदम : नेतान्याहू

वाशिंगटन,
 इजरायली सरकार के साथ बातचीत के बाद अमेरिका इस बात पर जोर दे रहा है कि दक्षिणी गाजा पट्टी के रफा शहर पर सेना छोटा ऑपरेशन चलाएगी।

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के संचार निदेशक जॉन किर्बी ने मंगलवार को कहा, हमने "बार-बार और लगातार" रफा में घनी आबादी वाले इलाकों में एक बड़े ऑपरेशन के बारे में चिंता व्यक्त की है।

इजरायली प्रतिनिधियों ने वाशिंगटन को आश्वासन दिया है कि एक छोटा ऑपरेशन चलाया गया है जिसका मकसद रफा सीमा के पार हथियारों के परिवहन की हमास की क्षमता को रोकना था। उन्होंने कहा कि आगे की कार्रवाई पर नजर रखी जा रही है।

इस्लामी फिलिस्तीनी संगठन हमास के साथ एक बंधक समझौते पर बातचीत के बारे में किर्बी ने कहा कि उनका मानना है कि दोनों पक्षों में सहमति बन सकती है।

किर्बी ने बिना कोई और विवरण दिए कहा, वाशिंगटन बातचीत की प्रक्रिया का समर्थन करने और नतीजे प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा।

भारत ने संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद रोधी कोष में पांच लाख डॉलर दिए

संयुक्त राष्ट्र
भारत ने संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद रोधी कोष में 5,00,000 डॉलर का योगदान दिया है जो आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में बहुपक्षीय प्रयासों को समर्थन देने की उसकी अटूट प्रतिबद्धता को दिखाता है।

संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि एवं राजदूत रुचिरा कम्बोज ने  संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद रोधी कार्यालय के अवर महासचिव व्लादिमीर वोरोंकोव को ‘यूएन काउंटर-टेररिज्म ट्रस्ट फंड’ (सीटीटीएफ) में देश की ओर से पांच लाख डॉलर का स्वैच्छिक वित्तीय योगदान सौंपा।

संयुक्त राष्ट्र में भारत की राजदूत कम्बोज ने एक बयान में कहा, ‘‘भारत आतंकवाद के खतरे से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सदस्य देशों की क्षमता निर्माण में संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद-रोधी कार्यालय के निर्णय और कार्यों को बहुत महत्व देता है। नवीनतम योगदान आतंकवाद के संकट के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व वाले बहुपक्षीय प्रयासों का समर्थन करने के लिए भारत की अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।’’

बयान में कहा गया कि भारत के योगदान से संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद रोधी कार्यालय के वैश्विक कार्यक्रम को मदद मिलेगी, विशेषकर आतंकवाद के वित्त पोषण से निपटने और आतंकवादियों की आवाजाही से निपटने में। नवीनतम योगदान के साथ ही भारत अभी तक इस ट्रस्ट को 25.5 लाख डॉलर का वित्तीय सहयोग दे चुका है।

 

हमास की सैन्य क्षमताओं को खत्म करने की दिशा में फराह पर नियंत्रण महत्वपूर्ण कदम : नेतान्याहू

काहिरा,
 इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि रफाह सीमा के गाजा क्षेत्र पर सेना का नियंत्रण हमास की सैन्य और आर्थिक क्षमताओं को खत्म करने की दिशा में एक ‘महत्वपूर्ण कदम’ है।

रफाह सीमा पर  कब्जे के साथ ही इजराइल को गाजा की सीमाओं पर पूर्ण नियंत्रण मिल गया। यह सीमा क्षेत्र में मानवीय सहायता के लिए मुख्य मार्गों में से एक है। इजराइल ने 2005 में यहां से सैनिक हटा लिये थे।

फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों का यूरोप तक फैला विरोध प्रदर्शन

अमेरिका में पुलिस कई विश्वविद्यालयों में घुसकर धरने हटवा चुकी है, लेकिन फलस्तीन समर्थकों का आंदोलन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस ने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) में धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों को हटाया, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने फिर एमआईटी में बनाए शिविर पर फिर कब्जा कर लिया। एमआईटी में प्रदर्शनकारियों से कहा गया था कि वे स्वेच्छा से कब्जा हटा लें नहीं तो उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा। इसके लिए सोमवार दोपहर तक का अल्टीमेटम दिया गया था। कई प्रदर्शनकारियों ने कब्जा हटा लिया, लेकिन बाद में विश्वविद्यालय के बाहर से प्रदर्शनकारियों के आने के बाद प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेडिंग तोड़कर फिर कब्जा कर लिया।

गाजा युद्धविराम वार्ता के लिए हमास, इजरायली प्रतिनिधिमंडल काहिरा पहुंचा

काहिरा,
मिस्र गाजा पट्टी में युद्धविराम तक पहुंचने के उद्देश्य से काहिरा में हमास, इजरायल, कतर और अमेरिका के प्रतिनिधिमंडलों की मेजबानी कर रहा है।मिस्र के एक सूत्र ने समाचार एजेंसी शिन्हुआ को बताया कि को काहिरा पहुंचे इजरायली प्रतिनिधिमंडल में इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद और शिन बेट सुरक्षा एजेंसी के सदस्य शामिल थे।

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक वीडियो बयान में कहा कि उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को आदेश दिया था कि हमारे बंधकों की रिहाई के लिए जरूरी शर्तों पर दृढ़ रहना जारी रखें।हालांकि, उन्होंने कहा कि मिस्र और कतर के मध्यस्थों की मध्यस्थता और सोमवार को हमास के स्वीकृत युद्धविराम प्रस्ताव, इज़रायल की जरूरी आवश्यकताओं से कम था।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मिस्र व्यापक संघर्ष विराम तक पहुंचने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। एक सूत्र ने कहा कि मिस्र संकट को रोकने के लिए विभिन्न पक्षों के साथ संचार में लगा हुआ है।इजरायली सेना ने गाजा के दक्षिणी शहर राफा में एक सैन्य अभियान शुरू किया, जहां पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल का आक्रमण शुरू होने के बाद से 10 लाख से अधिक आंतरिक रूप से विस्थापित फिलिस्तीनियों ने शरण मांगी है।

फिलिस्तीन आधिकारिक समाचार एजेंसी वफा के अनुसार, सुबह से राफा पर इजरायल के हमलों में कम से कम 20 लोग मारे गए हैं।वहीं  संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इजरायल और हमास दोनों से चल रहे संघर्ष को समाप्त करने का आह्वान किया।

 

गाजा में इजरायली बंधक की मौत : हमास

गाजा,
 गाजा में एक इजरायली बुजुर्ग बंधक की मौत हो गई। हमास का कहना है कि उसे एन्क्लेव में अस्पतालों पर इजरायली हमलों के बीच इलाज नहीं मिला, जिस कारण उसकी मौत हो गई।समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हमास की सशस्त्र शाखा अल-कसम ब्रिगेड ने एक बयान में कहा, " गाजा पट्टी में हमलों में अस्पतालों के नष्ट होने के कारण बुजुर्ग महिला जूडी फेनस्टीन को गहन चिकित्सा देखभाल नहीं मिली, जिससे उसकी मौत हो गई।"

आधिकारिक इजरायली आंकड़ों के अनुसार, 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने दक्षिणी इजराइल पर हमला किया था। जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और लगभग 240 लोगों को बंधक बना लिया गया था। इसके बाद इजरायल की सेना ने गाजा में हमास के खिलाफ बड़े पैमाने पर हमला शुरू किया।रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में इजरायली सेना के हमलों में 34,500 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 78,000 से अधिक घायल हुए हैं।

 


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