दीपोत्सव | ऑनलाइन बुलेटिन
©उषा श्रीवास, वत्स
परिचय- बिलासपुर, छत्तीसगढ़.
नवल ज्योति के नव प्रकाश से
नई सोच की हो नव कल्पना,
चहुँ दिशी फैले यश वैभव
पूरी हो जाए हर अल्पना।
जो जीवन पथ में भटके हैं
उनको नई राह दिखायें,
परहित पर कर अर्पित जीवन
घर आंगन मिलकर दीप जलायें।
जो आँखो पर पड़ा तमस पट
पहले वह अज्ञान मिटायें,
शुद्ध करें मन मंदिर को
फिर खुशियों के दीप जलायें।
पर सेवा का संकल्प उठाकर
नफरत की दीवार ढ़हाएं
भेदभाव ऊंच नीच की दीवार गिराकर
सर्वहित संकल्प का थाल सजाएं।
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