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मलूका की पूर्व IAS पुत्रवधू परमपाल कौर ने थामा भाजपा का दामन, बठिंडा में अब चतुकोष्णीय ‘फैमिली वार’

चंडीगढ़
पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के दिग्गज नेता और बादल सरकार में मंत्री रहे सिकंदर सिंह मलूका की पूर्व IAS पुत्रवधू परमपाल कौर गुरुवार (11 अप्रैल) को भाजपा में शामिल हो गई हैं। पिछले सप्ताह ही उन्होंने IAS की नौकरी से स्वैच्छिक सेवानिवृति ली थी। भाजपा उन्हें हाई प्रोफाइल बठिंडा संसदीय सीट से मैदान में उतारने की तैयारी में है, जहां से अकाली दल की वरिष्ठ नेता और तीन बार की सांसद हरसिमरत कौर बादल लगातार चौथी बार जीत के लिए चुनाव लड़ रही हैं। हरसिमरत कौर मोदी सरकार में मंत्री भी रह चुकी हैं लेकिन कृषि कानूनों के खिलाफ उन्होंने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। हरसिमरत कौर शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अध्यक्ष सुखबीर बादल की पत्नी हैं। दूसरी तरफ, परमपाल कौर के पति गुरप्रीत सिंह बठिंडा जिला परिषद के अध्यक्ष हैं। परमपाल कौर को केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े और पंजाब प्रभारी विजय रूपाणी ने भाजपा में शामिल कराया।

भाजपा में शामिल होने के बाद पूर्व IAS अधिकारी परमपाल ने कहा, “भाजपा को छोड़कर देश की किसी भी अन्य पार्टी के पास देश के लिए कोई दृष्टिकोण नहीं है।” उन्होंने कहा, "भारत का पासपोर्ट दिन-ब-दिन मजबूत होता जा रहा है क्योंकि दुनिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की ताकत को पहचान रही है, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था।''

बता दें कि परमपाल इसी साल अक्टूबर में सेवानिवृत होने वाली थीं लेकिन उन्होंने कुछ महीने पहले वीआरएस लेकर राजनीति की राह पकड़ ली है। मलूका परिवार के करीबी सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने पिछले सप्ताह ही वीआरएस के लिए आवेदन किया था जिसे मंगलवार को स्वीकार कर लिया गया। इस्तीफे से पहले वह पंजाब राज्य औद्योगिक विकास निगम के प्रबंध निदेशक के रूप में काम कर रही थीं और अपनी नौकरी से "संतुष्ट" नहीं थीं। परमपाल ने प्रखंड विकास और पंचायत अधिकारी (बीडीपीओ) के रूप में नौकरी की शुरुआत की थी और जब प्रकाश सिंह बादल के कार्यकाल में मलूका शिक्षा मंत्री थे, तब परमपाल को महानिदेशक, स्कूल शिक्षा (DGSE) के दफ्तर में अतिरिक्त परियोजना निदेशक के रूप में तैनात किया गया था। 2015 में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने उन्हें IAS रेंक में नामांकित किया था।

परमपाल के ससुर और पूर्व मंत्री सिकंदर मलूका पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि वह अपनी अंतिम सांस तक शिरोमणि अकाली दल में ही रहेंगे। हालांकि, उनकी बहू के भाजपा में शामिल होने के कदम से  लोग आश्चर्यचकित हैं क्योंकि बठिंडा सीट हमेशा से ही बादल परिवार के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बनी रही है। अपने करियर के दौरान मलूका परिवार भी बादल परिवार के साथ हमेशा खड़ा रहा है लेकिन अब उसी मलूका परिवार की बहू बादल परिवार की बहू को टक्कर देंगी।

भाजपा आलाकमान के साथ मलूका परिवार की निकटता कब बढ़ी, यह एक रहस्य बना हुआ है। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में, वरिष्ठ अकाली नेताओं के भगवा पार्टी में शामिल होने की खबरें कई बार आ चुकी हैं। सूत्रों के मुताबिक, भगवा पार्टी भी पिछले कुछ समय से मलूका परिवार के संपर्क में था और उन्हें बठिंडा से टिकट देने की पेशकश की जा रही थी। परमपाल कौर पूर्व मंत्री मलूका के इकलौते बेटे गुरप्रीत सिंह की पत्नी हैं, जो पिछले अकाली-भाजपा शासन के समय से ही बठिंडा जिले के जिला परिषद प्रमुख बने हुए हैं।

संभावना जताई जा रही है कि कांग्रेस भी बठिंडा सीट से अमृता वारिंग को मैदान में उतार सकती है। अमृता पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चीफ अमरिन्दर सिंह राजा वारिंग की पत्नी हैं। राज्य की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी पहले ही बठिंडा से पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडियन के रूप में अपना उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। वह भी क्षेत्र के एक बड़े राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं। यानी बठिंडा सीट पर इस बार लड़ाई चतुष्कोणीय और सियासी परिवारों के बीच होगी।  

 


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