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पुतिन ने नाटो देशों को चेतावनी दी अगर यूक्रेन में सेना भेजी तो परमाणु संघर्ष का सामना करना होगा

मॉस्को
 रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने  राष्ट्र के नाम संबोधन में नाटो देशों को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने यूक्रेन में सेना भेजी तो उन्हें परमाणु संघर्ष का सामना करना होगा। उन्होंने कहा कि फिनलैंड और स्वीडन के नाटो गठबंधन में शामिल होने के बाद रूस को अपने पश्चिमी सैन्य जिले को मजबूत करना चाहिए। पुतिन ने यह भी कहा कि पश्चिम का कहना है कि रूस कथित तौर पर यूरोप पर हमला करने जा रहा है, यह बकवास है। उन्होंने यह भी कहा कि विदेश नीति में पश्चिम के खतरनाक कार्यों और बयानों से परमाणु संघर्ष और सभ्यता के विनाश का खतरा है। पुतिन ने दो टूक कहा कि रूसी संघ की स्ट्रैटजिक न्यूक्लियर फोर्स पूरी तरह से तैयार हैं।

रूस के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप का आरोप लगाया

पुतिन ने रूसी संसद में अपने वार्षिक संबोधन के दौरान कहा, "रूस किसी को भी अपने आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं देगा।" उन्होंने यह भी कहा कि जिसने भी रूस पर आक्रमण करने की कोशिश की, उसे द्वितीय विश्व युद्ध की तुलना में अधिक कठोर परिणाम भुगतने होंगे क्योंकि उनके देश के पास अब ऐसे हथियार हैं जो दुश्मन के इलाके पर निशाना साध सकते हैं। उन्होंने कहा, ", "वे [पश्चिम] अब जो कुछ भी लेकर आ रहे हैं, जिससे वे पूरी दुनिया को डरा रहे हैं… यह सब वास्तव में परमाणु हथियारों के उपयोग के साथ संघर्ष की धमकी देता है, जिसका अर्थ है सभ्यता का विनाश।"
 

पुतिन ने अमेरिका पर लगाए गंभीर आरोप

अपने दावे को दोहराते हुए पुतिन ने कहा कि पश्चिमी देश रूस को भीतर से कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। पुतिन ने यह भी कहा कि अमेरिका, रूस को रणनीतिक हार देने की कोशिश कर रहा है। पुतिन ने कहा कि रूस के अधिकांश लोग 'विशेष सैन्य अभियान' का समर्थन करते हैं। रूस की संसद में पुतिन का वार्षिक संबोधन राष्ट्रपति चुनाव से दो हफ्ते पहले हो रहा है, जिसमें उनके फिर से जीतने की पूरी उम्मीद है। पुतिन दो दशकों से अधिक समय तक राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री के रूप में सत्ता में रहे हैं। उन्होंने एक और कार्यकाल के लिए चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, जिसमें उनके मुकाबले के दूसरे उम्मीदवार काफी कमजोर हैं।

यूक्रेन युद्ध पर क्या बोले पुतिन

यूक्रेन के साथ युद्ध की स्थिति पर बोलते हुए, पुतिन ने कहा: "आज, जब हमारी मातृभूमि अपनी संप्रभुता और सुरक्षा की रक्षा कर रही है और डोनबास और नोवोरोसिया (यूक्रेन के क्षेत्र जिस पर रूस कब्जा करने का दावा करता है) में अपने साथी देशवासियों के जीवन की रक्षा कर रहा है, इस धार्मिक संघर्ष में निर्णायक भूमिका हमारे नागरिकों, हमारी एकता, अपने मूल देश के प्रति समर्पण और इसके भाग्य की जिम्मेदारी की है। ये गुण विशेष सैन्य अभियान की शुरुआत में ही स्पष्ट रूप से प्रकट हुए थे, जब इसे रूसी लोगों के पूर्ण बहुमत का समर्थन प्राप्त था।"

रूस की राष्ट्रीय एकता पर दिया जोर

अगले महीने होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले अपने संबोधन में पुतिन ने रूसी राष्ट्रीय एकता की सराहना की। सांसदों और शीर्ष अधिकारियों को संबोधित करते हुए पुतिन ने कहा कि रूस यूक्रेन में "अपनी संप्रभुता और सुरक्षा की रक्षा कर रहा है और अपने हमवतन लोगों की रक्षा कर रहा है"। उन्होंने रूसी सैनिकों की सराहना की और एक पल का मौन रखकर लड़ाई में मारे गए लोगों को सम्मानित किया।

परमाणु हथियारों का जिक्र कर दुनिया को डराया

पुतिन ने अपने भाषण के दौरान रूसी परमाणु हथियारों का जिक्र किया। उन्होंने कहा, "बुरेवेस्टनिक क्रूज मिसाइल का परीक्षण पूरा होने वाला है। किंझल हाइपरसोनिक कॉम्प्लेक्स को न केवल सेवा में लगाया गया है, बल्कि इसका उपयोग उच्च दक्षता के साथ भी किया जा रहा है। सैनिकों को सरमत प्रणाली से सुसज्जित किया गया है, और हम जल्द ही इसकी क्षमताओं का प्रदर्शन करेंगे। रूस की नवीनतम हथियार प्रणालियों ने एक बार फिर अपनी असाधारण और विशिष्ट गुणवत्ता साबित की है।


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