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ED के दावों के बाद केजरीवाल की कोर्ट में राखी दलील, मिठाई-चाय शुगर फ्री, आलू-पूड़ी नवरात्र का प्रसाद

नई दिल्ली
जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के द्वारा जानबूझ कर मिठाई, आम ,आलू-पूड़ी खाने वाले ईडी के दावों के बाद शुक्रवार को फिर इस मामले में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान कोर्ट में जेल प्रबंधन ने कहा कि मुख्यमंत्री के खान-पान की रिपोर्ट 10 में अदालत में दाखिल की जाएगी। अदालत में अऱविद केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपनी दलील रखी। वरिष्ठ वकील सिंघवी ने कहा कि मेरे क्लाइंट की मांग केवल डॉक्टर के परामर्श से है।

सिंघवी ने अदालत को बताया, 'कुल 48 बार घर से भेजे गये खाने में कुल 3 बार ही आम भेजे गए हैं। 8 अप्रैल के बाद आम नही भेजा गया है। मिठाईया शुगर फ्री थीं। शुगर फ्री चाय दी गयी थी चीनी लेने की बात गलत है। सिंघवी ने केजरीवाल की तरफ से अपनी बात रखते हुए कहा, 'मैं जमानत के लिए खुद को मारने का प्रयास क्यों करूंगा।' यहां बता दें कि गुरुवार को ईडी ने राउज एवेन्यू कोर्ट में दावा किया था कि केजरीवाल जानबूझ कर सही डाइट नहीं ले रहे हैं और वो अपनी सेहत खराब कर जमानत पाने की कोशिश कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने अपनी याचिका में कहा था कि अदालत जेल प्रशासन को यह निर्देश दे कि वो उन्हें इन्सुलिन लेने की इजाजत दें। इसके अलावा केजरीवाल ने यह भी गुहार लगाई है कि अदालत उन्हें  हर रोज 15 मिनट तक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए डॉक्टर से परामर्श लेने की अनुमति दे। स्पेशल जज कावेरी बावेजा की अदालत में सुनवाई हुई है।

आलू-पूड़ी पर केजरीवाल ने रखी बात
अदालत में अरविंद केजरीवाल की तरफ से दलील दी गई है, 'मैने केवल नवरात्रि प्रसाद के तौर पर आलू पूड़ी खाई थी। मैं केवल 15 मिनट नियमित वीडियो सलाह अपने परिवार के एक सदस्य और डॉक्टर के साथ की मांग कर रहा हूं। मैं 22 साल से मधुमेह से पीड़ित हूं।' मुख्यमंत्री के वकील ने ईडी के विरोध पर सवाल उठाया और कहा कि सीएम  न्यायिक हिरासत में है और ईडी को कोई मतलब नही होना चाहिए। अदालत में इसके बाद  Ed के वकील की तरफ से कहा गया 1 अप्रैल केजरीवाल ने खुद के आवेदन में किसी फल और मिठाई के बारे में नहीं कहा था। जो डाइट चार्ज डॉक्टरों ने दिया था उसी के आधार पर खाना देने के लिए कहा गया था।

जेल प्रशासन ने क्या कहा
जेल प्रशासन ने अपनी रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल करते हुए कहा है कि केजरीवाल ने जेल में दाखिल होते समय बताया था कि वह पहले इंसुलिन लेते थे लेकिन बाद में उन्होंने खुद ही बंद कर दी। डॉक्टर द्वारा बताए गए डाइट चार्ट को पालन नही किया गया। Aiims के विशेषज्ञों ने भी आम और इत्यादि चीजें खाने के लिए मना किया है। केजरीवाल को शुगर लेवल मेन्टेन रखने के लिए डाइट चार्ज फॉलो करना चाहिए। घर से आने वाला खाना डाइट चार्ट के हिसाब से होना चाहिए वराना घर के खाने को बंद करने का आवेदन दिया जाएगा।

इंसुलिन पर क्या बोली ED
ईडी की तरफ से कहा गया कि जेल के सभी कैदी बराबर हैं। किसी विशेष कैदी को निजी डॉक्टर दिया जा सकता है। इंसुलिन दिये जाने को लेकर ईडी ने कहा कि सीएम खुद कह चुके हैं कि वह इंसुलिन लेना बंद कर चुके है। ED ने विस्तृत जवाब दाखिल करने की बात कही है। दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद कोर्ट ने कहा कि क्या इंसुलिन के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया जाए? इसपर सिंघवी ने कहा, 'हम बस डॉक्टर से परामर्श और इंसुलिन की मांग कर रहे हैं। बहरहाल अदालत ने सोमवार तक के लिए अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है और ईडी से शनिवार को केजरीवाल की याचिका पर जवाब दाखिल करने को कहा है।। बता दें कि आप की मंत्री आतिशी ने गुरुवार को दावा किया था कि जेल प्रशासन ने उन्हें जानबूझ कर इंसुलिन नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा था कि घर का खाना रोक कर केजरीवाल को तिहाड़ के खाने के सहारे जान से मारने की साजिश रची जा रही है।

 


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