.

वांग यी के OIC में आने पर भड़का उइगुर संगठन, कहा- शिनजियांग में मुसलमानों का चीन कर रहा नरसंहार | ऑनलाइन बुलेटिन

नई दिल्ली | [वर्ल्ड बुलेटिन] | OIC (आर्गेनाईजेशन ऑफ इस्लामिक कॉपरेशन) की बैठक 22-23 मार्च को पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में हो रही है। इस बैठक में चीन के विदेश मंत्री वांग यी स्पेशल गेस्ट पर भाग ले रहे हैं। मुस्लिम देशों के इस बैठक में चीन को देखकर उइगर संगठनों ने चिंता जताई है। WUC (वर्ल्ड उइगुर कांग्रेस) ने मामले को लेकर कहा है कि OIC (आर्गेनाईजेशन ऑफ इस्लामिक कॉपरेशन) में वांग यी की उपस्थिति OIC (आर्गेनाईजेशन ऑफ इस्लामिक कॉपरेशन) की विश्वसनीयता और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा को कमजोर करती है।

 

‘मुसलमानों की पीड़ा के लिए अपनी आंखें बंद नहीं कर सकता OIC’

 

WUC (वर्ल्ड उइगुर कांग्रेस) के अध्यक्ष डोलकुन ईसा ने कहा है कि विदेश मंत्रियों की आगामी OIC (आर्गेनाईजेशन ऑफ इस्लामिक कॉपरेशन) बैठक में एक चीनी सरकार के प्रतिनिधि की उपस्थिति मुस्लिम-बहुल सरकारों के बीच चीन के जबरदस्त प्रभाव को दर्शाती है। यदि OIC (आर्गेनाईजेशन ऑफ इस्लामिक कॉपरेशन) मुस्लिम दुनिया की भरोसेमंद आवाज बनने की कोशिश करता है तो वह पूर्वी तुर्किस्तान में लाखों उइगर और अन्य तुर्क मुसलमानों की पीड़ा के लिए अपनी आंखें बंद नहीं कर सकता।

 

‘धार्मिक महत्व के स्थलों को नष्ट कर रहा चीन’

 

WUC (वर्ल्ड उइगुर कांग्रेस) ने कहा है कि इस बैठक का एजेंडा इस्लामोफोबिया है लेकिन हैरान करने वाली बता है कि OIC (आर्गेनाईजेशन ऑफ इस्लामिक कॉपरेशन) की वेबसाइट पर उइगर मुस्लिमों पर जारी चीनी अत्यचार अपराधों का कोई उल्लेख नहीं है। पूर्वी तुर्किस्तान में हजारों मस्जिदों, मंदिरों, कब्रिस्तानों और धार्मिक महत्व के अन्य स्थलों को नष्ट या क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। OIC (आर्गेनाईजेशन ऑफ इस्लामिक कॉपरेशन)ने लगातार उइगर मसलों से दूरी बनाए हुए है।

 

उइगर मसले पर दुनिया तोड़े चुप्पी

 

WUC (वर्ल्ड उइगुर कांग्रेस) ने OIC से चीन सरकार के जबरदस्ती प्रभाव को अस्वीकार करने की अपील है और उइगर नरसंहार पर OIC (आर्गेनाईजेशन ऑफ इस्लामिक कॉपरेशन) की चुप्पी तोड़ने की अपील की है। WUC (वर्ल्ड उइगुर कांग्रेस) ने कहा है कि OIC (आर्गेनाईजेशन ऑफ इस्लामिक कॉपरेशन) की बैठक में वांग यी की उपस्थिति को उइगरों पर चीनी अत्याचारों का मौन समर्थन समझा जाएगा। WUC ने अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और दुनिया की सरकारों से चीन द्वारा उइगरों के मानवाधिकारों के हनन के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की अपील की गई है।


Back to top button