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यह दोष किसका कहे हम | ऑनलाइन बुलेटिन

©गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद

परिचय– गजनपुरा, बारां, राजस्थान


 

 

यह दोष किसका कहे हम, कि बेकदर है आज हम।

मिलती नहीं कोई मदद, कि बेनजर है आज हम।।

यह दोष किसका कहे हम——————।।

 

 

वह घर जिसमें हमने, लिया था जन्म कभी।

बुलाता नहीं वह भी, कि बेपनाह है आज हम।।

यह दोष किसका कहे हम—————–।।

 

 

की थी मदद कल जिनकी, भूल गए वो भी अब।

अब पूछते नहीं हाल वो, कि बेशहर है आज हम।।

यह दोष किसका कहे हम——————।।

 

 

जिसको बसाया था दिल में, करके मोहब्बत हमने।

छोड़ गया वह भी साथ अब, कि अकेले है आज हम।।

यह दोष किसका कहे हम——————–।।

 

 

रहम नहीं हम पर किसी को, करता है हरकोई नफरत।

गले लगता नहीं हमको कोई, कि बदनसीब है आज हम।।

यह दोष किसका कहे हम——————।।

 


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