कुछ यादें ताजा करते हैं | OnlineBulletin
©सरस्वती राजेश साहू, बिलासपुर, छत्तीसगढ़
महात्मा गांधी के चरणों को
नमन, नमन हम करते हैं।
गांधी जयंती के अवसर पर
कुछ यादें ताजा करते हैं।
महान आत्मा बापू जी
राष्ट्रपिता कहलाते हैं।
भारत के धरती पर जन्मे
हम उनकी मान बढ़ाते हैं।
2 अक्टूबर 1869
उनकी जन्म तिथि हुई।
30 जनवरी 1948
उनकी पुण्यतिथि हुई।
जीवन के इस कार्य काल में
रुके नहीं अवसर वादी।
नित सादा जीवन अपनाकर
चले राह गांधी वादी।
श्रीमोहनदास करमचंद गांधी
सत्य, निष्ठा के बने पुजारी।
उनके आंदोलन पर की थी
सबने बढ़-चढ़कर भागीदारी।
भारत के उन दलित जनों का
गांधी जी ने उद्धार किया।
छुआछूत और भेदभाव पर
बापू ने शब्द प्रहार किया।
सूत कात चरखे पर गांधी
कुटीर उद्योग चलाया।
स्वदेशी अपनाकर बापू
स्वदेश का मान बढ़ाया।
निर्मल जीवन जीने वाले
अहिंसा शस्त्र प्रहार किया।
स्वतंत्र भारत के सपने को
गांधी जी ने साकार किया।