भोपाल की जामा मस्जिद के नीचे शिव मंदिर होने का दावा bhopaal kee jaama masjid ke neeche shiv mandir hone ka daava
भोपाल | [मध्य प्रदेश बुलेटिन] | देश में इन दिनों ज्ञानव्यापी मस्जिद को लेकर विवाद चल रहा है। मस्जिद में सर्वेक्षण का काम पूरा हो चुका है। स्पेशल कोर्ट कमिश्नर विशाल सिंह ने गुरूवार को 12 पन्ने का दूसरा सर्वे रिपोर्ट वाराणसी कोर्ट में पेश किया। इससे पहले पूर्व कमिश्नर अजय मिश्रा ने कोर्ट में दो पन्नों की सर्वे रिपोर्ट पेश करते हुए मस्जिद में हिंदू देवी-देवताओं की आकृतियां मिलने का दावा किया था।
ज्ञानव्यापी और मथुरा मस्जिद के बाद अब मध्य प्रदेश की मस्जिद के भी मंदिर होने का दावा किया जा रहा है। मध्य प्रदेश की संस्कृति बचाओ मंच ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को एक ज्ञापन सौंपकर भोपाल में जामा मस्जिद के पुरातात्विक सर्वेक्षण की मांग की है।
संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष ने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को चिट्ठी लिखकर पुरातत्व विभाग से मस्जिद का सर्वेक्षण करने का अनुरोध किया है। संस्कृति बचाओ मंच का दावा है कि भोपाल चौक बाजार स्थित जामा मस्जिद के अंदर शिव मंदिर स्थित है।
चंद्रशेखर के मुताबिक भोपाल की आठवीं शासक कुदेशिया बेगम ने अपनी आत्मकथा हयात-ए-कुडिस में उल्लेख किया है कि भोपाल की जामा मस्जिद का निर्माण शिव मंदिर को तोड़कर किया गया था। मंच प्रमुख ने आगे दावा किया कि बेगम ने यह भी उल्लेख किया है कि इस मस्जिद का निर्माण 1832 ईस्वी में शुरू हुआ और 1857 ईस्वी में पूरा हुआ और निर्माण कार्य पर 5,00,000 रुपये की राशि खर्च की गई।
चंद्रशेखर ने जामा मस्जिद की जांच कराने की मांग को लेकर कहा कि हम अदालत में याचिका दायर करने जा रहे हैं ताकि सब कुछ स्पष्ट हो जाए। देश में 3 मस्जिदें सबके सामने हैं, मथुरा, काशी और अयोध्या। अयोध्या का फैसला आ गया है। उन्होंने आगे कहा कि उनके पास 30 हजार मस्जिदों की सूची है, चाहे वह जामा मस्जिद चौक हो, भोपाल की मस्जिद हो, उज्जैन की मस्जिद हो या विदिशा की मस्जिद हो।
Claims to be a Shiva temple under Bhopal’s Jama Masjid
Bhopal | [Madhya Pradesh Bulletin] | There is a dispute going on in the country these days regarding the Gyan-wide Mosque. The survey work in the mosque has been completed. Special Court Commissioner Vishal Singh presented the second 12-page survey report in Varanasi court on Thursday. Earlier, former commissioner Ajay Mishra, while presenting a two-page survey report in the court, claimed to have found figures of Hindu deities in the mosque.
After Gyanvripa and Mathura Masjid, now the mosque of Madhya Pradesh is also being claimed to be a temple. Madhya Pradesh’s Sanskriti Bachao Manch on Thursday submitted a memorandum to Madhya Pradesh Home Minister Narottam Mishra demanding an archaeological survey of Jama Masjid in Bhopal.
The President of Sanskriti Bachao Manch has written a letter to Home Minister Narottam Mishra requesting the Archaeological Department to conduct a survey of the mosque. Sanskriti Bachao Manch claims that a Shiva temple is located inside the Jama Masjid located in Bhopal Chowk market.
According to Chandrashekhar, the eighth ruler of Bhopal, Kudeshia Begum has mentioned in her autobiography Hayat-e-Qudis that the Jama Masjid of Bhopal was built by demolishing the Shiva temple. The Manch Pramukh further claimed that the Begum also mentioned that the construction of this mosque started in 1832 AD and was completed in 1857 AD and an amount of Rs 5,00,000 was spent on the construction work.
Chandrashekhar said about the demand for investigation of Jama Masjid that we are going to file a petition in the court so that everything becomes clear. There are 3 mosques in front of everyone in the country, Mathura, Kashi and Ayodhya. Ayodhya verdict has come. He further said that he has a list of 30 thousand mosques, be it Jama Masjid Chowk, Bhopal ki Masjid, Ujjain ki Masjid or Vidisha ki Masjid.