.

Buddha returned again : बुद्ध फिर लौट आए..!!!.

Buddha's Dhamma
डॉ. एम एल परिहार

©डॉ. एम एल परिहार

परिचय- जयपुर, राजस्थान.


 

Buddha returned again

 

जी, हां. मेरी नई किताब का यही टाइटल है. और यह सिर्फ किताब की ही बात नहीं है बल्कि मौजूदा देश दुनिया की यही सुखद सच्चाई है कि बुद्ध फिर लौट आए हैं. आप भी ऐसा ही अनुभव कर रहे होंगे.

 

अमेरिका से लेकर पूर्व के एशियाई देश, यूरोप से लेकर अफ्रीकी देशों तक में प्रेम करुणा व मैत्री की बुद्ध वाणी बहुत तेजी से जन-जन में स्वीकार की जा रही है. भारत के बुद्ध तीर्थ स्थानों में श्रद्धा व शांति से फिजा ही बदल गई है .(Buddha returned again)

 

भारत के गांवों कस्बों में समाज और संस्कृति क्षेत्र में लोगों के रस्मो रिवाज से आगे बुद्ध दिलों में बसते जा रहे हैं. कल तक जो लोग भ्रमित हुए धर्म के नाम पर कर्मकांडों और पाखंडों की ढाल बने हुए थे, उन्हें अब मालूम हो रहा है कि वे तो शाक्यमुनि बुद्ध, मौर्य सम्राट अशोक की विरासत के वारिस हैं. वे अब बुद्ध और सम्राट अशोक के गौरवशाली स्मारकों को संजोने व संरक्षित करने के लिए आगे आ गए हैं. लोगों को अपनी भूल और अपने गौरवशाली इतिहास का अहसास होते ही मानो देश के सामाजिक, सांस्कृतिक और धाम्मिक विचारों की धारा ही बदल गई है.(Buddha returned again)

 

ऐसे माहौल में कुछ लोग बुद्ध व बाबासाहेब की ओट में दूसरे पंथ, संप्रदाय की निंदा आलोचना करते रहते हैं. लेकिन वे यह नहीं जानते कि वे अपनी नासमझी से धम्म का कितना बड़ा नुकसान कर रहे हैं. क्योंकि वैज्ञानिक सोच के अन्य समुदायों के युवा, नर नारी बुद्धवाणी की ओर आकर्षित हो रहे हैं लेकिन वे यह देख अपने कदम वापस मोड़ लेते हैं.

 

इसलिए अपने चारों ओर देश दुनिया को देखिए. प्रेम, करुणा और मैत्री की राह पर जगत का कल्याण करने बुद्ध फिर आ गए हैं, दृष्टि है तो पहचान जाइए. आप सौभाग्यशाली है जो बुद्ध के द्वितीय शासन के इस दौर के गवाह बन रहे हैं .(Buddha returned again)

 

मात्र डेढ़ सौ साल पहले बुद्ध के बारे में कोई नहीं जानता था. पुरातत्व के ज्ञाता और बुद्ध ज्ञान के जिज्ञासु सर कनिंघम, लॉर्ड मार्शल, प्रिंसिप आदि ब्रिटिश अफसरों ने बुद्ध को खोजने की अलख जगाई थी. अनागारिक धम्मपाल, महापंडित राहुल सांकृत्यायन, भिक्षु जगदीश कश्यप, भदंत आनंद कौसल्लायन, भिक्षु धम्म रक्षित, भिक्षु चंद्रमणि, बोधिसत्व बाबासाहेब अंबेडकर, भंते संघरक्षित, आचार्य एस एन गोयनका आदि महापुरुषों ने भारत भूमि पर बुद्ध के मानव कल्याणकारी धम्म को पुनर्जीवित करने की जो ज्योति जलाई थी, आज वह प्रकाशमान होकर फिर से संसार में उजियारा फैला रही है.(Buddha returned again)

 

स्वागत कीजिए इस दौर का और जो जहां है, बुद्ध वाणी को शांति और मैत्री से जन-जन तक पहुंचाने में अपनी जिम्मेदारी निभाएं. समाज, देश दुनिया में दुखों से मुक्ति और सुख शांति के लिए यह जरूरी है. (Buddha returned again)

 

भवतु सब्बं मंगलं. सबका कल्याण हो. सभी प्राणी सुखी हो

 

Buddha returned again
डॉ. एम एल परिहार

🔥 सोशल मीडिया

 

फेसबुक पेज में जुड़ने के लिए क्लिक करें

https://www.facebook.com/onlinebulletindotin

Buddha returned again

व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें

https://chat.whatsapp.com/Cj1zs5ocireHsUffFGTSld

 

ONLINE bulletin dot in में प्रतिदिन सरकारी नौकरी, सरकारी योजनाएं, परीक्षा पाठ्यक्रम, समय सारिणी, परीक्षा परिणाम, सम-सामयिक विषयों और कई अन्य के लिए onlinebulletin.in का अनुसरण करते रहें.

 

🔥 अगर आपका कोई भाई, दोस्त या रिलेटिव ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन में प्रसारित किए जाने वाले सरकारी भर्तियों के लिए एलिजिबल है तो उन तक onlinebulletin.in को जरूर पहुंचाएं।

 

ये खबर भी पढ़ें:

कर्मचारियों के लिए Good News, होगा बोनस का भुगतान, खाते में आएंगे 85,000 तक रुपए, इन कर्मियों को नहीं मिलेगा लाभ | Employees Bonus

 


Back to top button