धरती को न करें अब नाराज | Newsforum
©प्रीति बौद्ध, फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश
परिचय- एमए, बीएड, समाज सेविका, प्रकाशन- विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में रचना प्रकाशित, सम्मान- C .F. M . Writers Asociation Asqnol Best Bangal.
धरती को न अब नाराज कीजिये ,
पेड़ लगा खुद पर नाज कीजिये ।
पर्यावरण से मिलती है ऑक्सीजन ।
पर्यावरण से भरपूर भोजन लीजिए
अवनी प्रदूषण बढ़ जाता है ,
न काटो वृक्ष लगाया कीजिए ।
शुद्ध वायु हमें नहीं है मिलती ,
इसलिए हरियाली बढ़ा लिजिये
पक्षी कैसे करेंगे राग, कलरव ,
सुंदर बागान सजा लीजिए ।
नदी नालों को सुंदर है बनाना,
उनके किनारे वृक्ष लगा दीजिए ।
ग्लोबिंग वार्मिंग से रहो सावधान,
वृक्षों को काट न नादानी कीजिए ।
पेड़ों से होता सबका कल्याण,
बृक्ष रोप महान काम कीजिये ।
न काटो वृक्ष क्यों प्रदूषण बढ़ाओगे,
शुद्ध पर्यावरण की पूर्ति फिर कैसे कीजिए ।