वक्त- वक्त की बात है | newsforum
©शनि कुमार लहरे, अकलतरा, छत्तीसगढ़
ए वक्त वक्त की बात है,
कभी दिन है तो कभी रात है,
ना डर तू बुरे हालात से,
ना सोचना तू दुनिया की सकारात्मक बात से
तू पहाड़ की चट्टान है
तू समुद्र की लहर है
ए वक्त वक्त की बात है, कभी दिन है तो कभी रात है,
तू जब-जब कदम आगे बढ़ाएगा,
हर कदम पर मुसीबते सताएगा
ना ठहर तू किसी मोड़ पर,
अपने कदम तू बढ़ाए जा…
तू प्रहर है विस्फोट है,
जीवन का यही सार है,
ए वक्त वक्त की बात है
कभी दिन है तो कभी रात है
ना घबरा तू .ना संकोच कर,
मेहनत का दीप जलाए जा
रचना है नया इतिहास तुझे,
यह मन में तू गुनगुनाए जा,
देखा हुआ सपना तेरा पूरा ओ हो जाएगा,
करता रह संघर्ष तू, ना हिम्मते ना हारना।
बस वक्त का इंतजार कर ओ वक्त तेरा भी आएगा,
जिस दिन इस जमाने में तेरा नाम जाना जाएगा,
ए वक्त वक्त की बात है
कभी दिन है तो कभी रात है …