कल भी होंगे हम तो अकेले kal bhee honge ham to akele
©गुरुदीन वर्मा, आज़ाद
परिचय– बारां, राजस्थान.
जैसे कि आज हम है अकेले, इस भीड़ में यहाँ।
कल भी होंगे हम तो अकेले, उस भीड़ में वहाँ।।
जैसे कि आज हम है—————-।।
बदल जावोगे कल आप, मिलेंगे नये जब नजारें।
मिलेगा तुमको नया साथी, जैसे कि हम है तुम्हारे।।
सामने तुम हमारे होंगे, हम नहीं मिल पायेंगे वहाँ।
कल भी होंगे हम तो अकेले, उस भीड़ में वहाँ।।
जैसे कि आज हम—————-।।
देखकर सूरत कल हमारी, तुमको लगेंगे हम अजीब।
होगा हमको यही अफसोस, क्यों है आज हम करीब।।
होगी नहीं तुमको जरूरत, हमारी कल उस घर वहाँ।
कल भी होंगे हम तो अकेले, उस भीड़ में वहाँ।।
जैसे कि आज हम—————–।।
तुमको क्या दे आज हम, मिला नहीं कुछ भी तुमसे।
कर दिया हमको यहाँ बदनाम, प्यार मांगा था तुमसे।।
जैसे बहे हैं आँसू हमारे, बहेंगे तुम्हारे भी अश्क वहाँ।
कल भी होंगे हम तो अकेले, उस भीड़ में वहाँ।।
जैसे कि आज हम—————–।।
Gurdeen Verma
tomorrow we will be alone
As if today we are alone, here in this crowd.
Tomorrow also we will be alone, there in that crowd.
As we are today —————–
You will change tomorrow, when you will see new eyes.
You will get a new partner, as we are yours.
You will be ours in front, we will not be able to meet there.
Tomorrow also we will be alone, there in that crowd.
Like we are today.
Seeing our face tomorrow, you will feel that we are strange.
We will regret this, why are we close today.
You will not need us, tomorrow at that house there.
Tomorrow also we will be alone, there in that crowd.
Like today we —————–.
What do we give you today, have not received anything from you.
Made us infamous here, had asked for love from you.
Just as our tears have flowed, your tears will also flow there.
Tomorrow also we will be alone, there in that crowd.
Like today we —————–.