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साक्षरता दीप जलाओ.. | ऑनलाइन बुलेटिन

©देवप्रसाद पात्रे

परिचय- मुंगेली, छत्तीसगढ़


 

 

 

साक्षरता की मशाल जलाकर नौजवानों आओ।

अज्ञानता के अंधकार को मिलके सभी भगाओ।

 

गरीब अनपढ़ बिना ज्ञान के, लूट रहे हैं साहूकार।

पीढ़ी-पीढ़ी बहते जा रहे हैं अनपढ़ता के धार।।

मिलके सभी आओ साथियों ज्ञानदीप जलाओ।

अज्ञानता के अंधकार को मिलके सभी भगाओ।

 

हक है उन्हें भी शिक्षा पाने का जो खेतों में हल चलाते।

झोपड़ी मिट्टी के घरों में रहकर तेरे लिए महल बनाते।।

मिलके सभी आओ जवानों अपना फर्ज निभाओ।

अज्ञानता के अंधकार को मिलके सभी भगाओ।।

 

हो जाओ तैयार दे दो जीवन को शिक्षा का आधार।

कोई न हो लाचार दे दो खुशियों का नया संसार

खुशियों से उनकी दामन भरकर दे दो नया संसार।।

बन जाओ तुम शिक्षादाता हर हाथ में कलम थमाओ।

अज्ञानता के अंधकार को मिलके सभी भगाओ।।

 

 

 

हिंदी | ऑनलाइन बुलेटिन

 

 


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