वेदना | newsforum

©ललित मेघवाल, निम्बाहेड़ा, चित्तौड़गढ़, राजस्थान
मधुवन केशव को प्यारा
चारु रुचिकर मुख तुम्हारा
मिलन उत्कंठा उर में जागी
हे राधिका हूँ में अभागी
तुमको चहूँ ओर मैं पाऊं
देख सौंदर्य मन मन हरषाऊं
वेदना मुझे भी होती है राधे
चाहकर भी तुमसे मिल न पाऊं …