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कोरोना के प्रति जनजागरूकता लाने शिक्षिका द्रौपदी साहू कविता, गीत, स्लोगन लिखकर-गाकर चला रहीं वर्चुअल अभियान | newsforum

©द्रौपदी साहू (गाइडर) कोरबा, छत्तीसगढ़


कोरबा | कोरोना संक्रमण काल में एक ओर जहां सभी शैक्षणिक संस्थान बंद हैं तो वहीं दूसरी ओर सरकार इससे बचाव के लिए समय-समय पर गाइडलाइन जारी करती रहती है। इसके बावजूद लोगों में कोरोना को लेकर जागरूकता का अभाव देखा जा रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए जय भारत इंग्लिश मीडियम हाई स्कूल कटघोरा की शिक्षिका द्रौपदी साहू द्वारा लोगों में जनजागरूकता लाने का सार्थक प्रयास किया जा रहा है। वे अपने संसाधनों से कविता, गीत, स्लोगन आदि लिखकर-गाकर व पोस्टर बनाकर सोशल मीडिया के माध्यम से बच्चों, पालकों, शिक्षक साथियों व रिश्तेदारों को जागरूक करने का अभिनव प्रयास कर रहीं हैं। उनके इस प्रयास की क्षेत्र में जमकर तारीफ हो रही है।

शिक्षिका द्वारा जनजागरूकता लाने लिखी गई कविता.

बता दें कि सामान्य घर से आने वाली द्रोपदी साहू ने अपने हौसले और कुछ कर गुजरने की चाह में लोगों के बीच आईकॉन बनकर उभर रहीं हैं। उनकी कार्यशैली को देखकर लोग दांतों तले अंगुलियां दबाने को मजबूर हो रहे हैं। इतनी कम उम्र में कोरोना को लेकर उनकी जानकारी को लेकर लोग सहसा अचंभित हो जाते हैं लेकिन इन सबके पीछे उनकी मेहनत, ललक और कुछ करने का जुनुन देखते ही बनता है। कोरोना संक्रमण से बचने और इसकी रोकथाम के लिए वे सोशल मीडिया का सहारा लेतीं हैं और जनजागरूकता लाने के लिए स्वयं के द्वारा लिखी गई कविताओं का इस्तेमाल करतीं हैं।

उनके बनाए स्लोगन, गीत, कविता आदि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर इन दिनों धूम मचा रहे हैं। लोग आपस में न केवल इन्हें शेयर कर रहे हैं बल्कि इसकी मदद से जनजागरूकता भी आ रही है। वे कविता, गीत, स्लोगन आदि का सहारा ले रहीं हैं। वे स्वयं कविता, गीत, स्लोगन आदि लिखकर-गाकर व पोस्टर बनाकर सोशल मीडिया के माध्यम से बच्चों, पालकों, शिक्षक साथियों व रिश्तेदारों को जागरूक करने का अभिनव प्रयास कर रहीं हैं। जिसकी जितनी तारीफ की जाए कम है।

शिक्षिका द्वारा जनजागरूकता लाने लिखी गई कविता.

शिक्षिका श्रीमती द्रोपदी साहू द्वारा लोगों को जागरूक करने हेतु गूगल मीट पर भी कार्यक्रम का आयोजन कर रहीं हैं। जिसमें बड़ी संख्या में वर्चुअल दर्शकों की उपस्थिति देखते ही बनती है। साधारणतया किसी कार्यक्रम भीड़ जुटाने के लिए आयोजकों को एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ता है तब कहीं जाकर मुट्‌ठी भर लोग एकत्रित हो पाते हैं किन्तु शिक्षिका श्रीमती द्रोपदी साहू द्वारा आयोजित किए गए कार्यक्रम में लोग एक-दूसरे को गूगल मीट का लिंक शेयर कर कार्यक्रम से खुद होकर जुड़ जाते हैं। इससे लोगों में जागरूकता तो बढ़ रही है और साथ ही साथ लोग उनसे प्रभावित भी हो रहे हैं और उनकी सराहना भी कर रहे हैं। इस जागरूकता अभियान को सफल बनाने के लिए लोग बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं।


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