आज तुमसे विदाई,ले रहा हूँ मैं l ऑनलाइन बुलेटिन
©गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
परिचय– गजनपुरा, बारां, राजस्थान
(शेर)- अब तक का था यहाँ ठिकाना, अपना मिलन और प्यार यहाँ।
खुश रहना मेरे बाद यहाँ तुम,हो रहा है मेरा इंतजार अब वहाँ।।
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आज तुमसे विदाई, ले रहा हूँ मैं।
रहना खुश तुम, दुहा कर रहा हूँ मैं।।
आज तुमसे विदाई ——————–।।
हंसकर मेरी विदाई, करो आज तुम।
मत बहावो ऑंसू ,ऐसे आज तुम।।
करके खुश तुम्हें, जा रहा हूँ मैं।
रहना खुश तुम, दुहा कर रहा हूँ मैं।।
आज तुमसे विदाई—————–।।
चिराग मैंने, यहाँ जलाया है जो।
रखेगा तुमको रोशन हमेशा वो।।
मत बुझाना इसे, कह रहा हूँ मैं।
रहना खुश तुम, दुहा कर रहा हूँ मैं।।
आज तुमसे विदाई—————–।।
तुम्हारी यादें , बसी है मेरे दिल में।
पाप नहीं है कोई , सच मेरे दिल में।।
छोड़ आबाद चमन, जा रहा हूँ मैं।
रहना खुश तुम, दुहा कर रहा हूँ मैं।।
आज तुमसे विदाई—————-।।