उज्जैन के विश्वविद्यालय में वेद-उपनिषद और पुराण की होगी पढ़ाई ujjain ke vishvavidyaalay mein ved-upanishad aur puraan kee hogee padhaee
भोपाल | [मध्य प्रदेश बुलेटिन] | उज्जैन स्थित विक्रम विश्वविद्यालय में 2022-23 में मास्टर ऑफ आर्ट्स हिंदू स्टडी कोर्स को शुरू किया गया है। विक्रम विश्वविद्यालय देश का ऐसा दूसरा विश्वविद्यालय होगा जिसमें यह कोर्स शुरू किया जा रहा है। इसके पहले यह कोर्स बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में शामिल था। वहीं मध्य प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय होगा जिसमें हिंदू धर्म पाठ्यक्रम को मान्यता दी गई है।
जानकारी के मुताबिक, विद्यार्थी इसी वर्ष से एमए हिंदू स्टडी में प्रवेश ले सकेंगे। विश्वविद्यालय इस कोर्स में 25 सीटों के साथ शुरुआत करने जा रहा है। इसके लिए विश्वविद्यालय द्वारा ऑनलाइन फॉर्म जमा करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही भारत अध्ययन केंद्र में भारतीय ज्ञान परंपरा 1 वर्षीय सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया गया है।
कुलानुशासक प्रोफेसर ने बताया कि विश्वविद्यालय के इस पाठ्यक्रम में वैदिक ज्ञान से लेकर सैन्य विज्ञान तक का अध्ययन कराया जाएगा इसमें वैदिक परंपरा, वेद, उपनिषद, पुराण, इतिहास, भारतीय मान्यताएं, प्राचीन वैदिक विधि, योग चिंतन, प्राचीन व्यापारी गतिविधि, आर्थिक गतिविधियां, वास्तुकला, युद्ध उपकरणएवं नीति, धातु विज्ञान, संस्कार, खगोलीय विज्ञान, शास्त्रीय संगीत सहित हिंदू धर्म से जुड़े अन्य विषयों का समावेश भी रहेगा। इस पाठ्यक्रम से युवा पीढ़ी हिंदू सभ्यता समाज संस्कृति के आधारभूत सिद्धांतों को समझेगी।
Vedas-Upanishads and Puranas will be studied in the University of Ujjain
Bhopal | [Madhya Pradesh Bulletin] | Master of Arts Hindu Studies course has been started in Ujjain-based Vikram University in 2022-23. Vikram University will be the second such university in the country in which this course is being started. Earlier this course was included in the syllabus of Banaras Hindu University. At the same time, it will be the first university in Madhya Pradesh in which Hinduism course has been recognized.
According to the information, students will be able to take admission in MA Hindu Studies from this year itself. The university is going to start with 25 seats in this course. For this, the online form submission process has also been started by the university. Simultaneously, a 1-year certificate course has been started in the Indian Knowledge Tradition at the Center for the Study of India.
The Chancellor Professor told that in this course of the university, from Vedic knowledge to military science, study will be done, in which Vedic tradition, Vedas, Upanishads, Puranas, history, Indian beliefs, ancient Vedic method, yoga contemplation, ancient merchant activity, economic activities, Other subjects related to Hinduism including architecture, war equipment and policy, metallurgy, rituals, astronomical science, classical music will also be included. Through this course the young generation will understand the basic principles of Hindu civilization, society and culture.