नगरीय निकाय प्रभारी अमर अग्रवाल ने पत्र से कांग्रेस पर लगाए गंभीर आरोप, साधा निशाना l ऑनलाइन बुलेटिन
रायपुर l ऑनलाइन बुलेटिन l भाजपा नगरीय निकाय प्रभारी व पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर आरोप पत्र जारी किया है. प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पूर्व मंत्री राजेश मूणत भी मौजूद रहे. अग्रवाल ने कहा कि इस सवाल का जवाब वर्तमान की कांग्रेस सरकार को देना होगा. भाजपा ने आरोप पत्र जारी कर कांग्रेस सरकार से पूछा सवाल पूछा कि तीन सालों में घोषणा पत्र के कितने वादे पूरे हुए हैं।
बता दें कि निकाय प्रभारी अमर अग्रवाल ने कहा कि सरकार को 3 वर्ष पूरे हो रहे हैं, घोषणा पत्र को लेकर कांग्रेस जनता के सामने झूठ का पुलिंदा तैयार कर रही है. आगामी चुनाव में जनता को उन्हें बताना चाहिए कि उन्होंने जनता से किए कितने वादे पूरे किए. भाजपा जवाब मांगती है, कि 2018 के विधानसभा चुनाव, 2019 के निकाय चुनाव के घोषणा पत्र के कितने वादे पूरे किए गए. राज्य में चल रही तमाम योजनाएं पुरानी सरकार के कार्यकाल की है.
नगरीय निकाय प्रभारी ने यह भी कहा, कि सीएम कहते हैं कि स्वच्छता के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ को अवार्ड मिले है. हम सीएम से पूछना चाहते हैं कि 3 साल में स्वच्छता के लिए कांग्रेस ने क्या किया, सभी योजनाएं भाजपा की सरकार के समय में लागू हुई थी.
सरकार के संरक्षण में जल जीवन मिशन, आवास आबंटन, भवन निर्माण के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया में गड़बड़ी समेत विभिन्न योजनाओं में भ्रष्टाचार हुआ है. भ्रष्टाचार को सरकार का संरक्षण मिलने से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. साथ ही सरकार अपने कर्मचारियों को तनख्वाह नहीं दे पा रही है. शहर और निकायों की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है।
अमर अग्रवाल ने कहा, कि कांग्रेस को अपने घोषणा पत्र में यह भी शामिल करना था, कि कर्मचारियों को 6 महीने देर से भुगतान करेंगे. साथ ही आम जनता को अपने जमीन की रक्षा खुद करनी करनी होगी।
जानिए, बीजेपी ने आरोप पत्र में किन बिंदुओं को किया शामिल…
भाजपा ने अपने आरोप पत्र में बदहाली, तुष्टीकरण, अपराध गढ़, नशा माफिया, घर-घर शराब, संपत्ति कर की मार, भूमिहीनों के साथ धोखा, बेघर गरीब, दुराग्रह की पराकाष्ठा, कर्मचारियों से धोखा, डीए हड़पना, बेरोजगारों को मार, महिला हितों का डाका, निवाला छीना, जमीनों का सौदा, बुजुर्गों का सहारा छीना, कर्ज का मकड़जाल, चावल चोर, भद्दा मजाक, प्यासी जनता, स्मार्ट सिटी, अवैध प्लाटिंग, रिश्वतखोरी, बेइलाज गरीब, बुनकरों का रोजगार छीनना जैसे बिंदुओं को शामिल किया है।