नमन मंच | ऑनलाइन बुलेटिन
©राजेश श्रीवास्तव राज
परिचय- गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश.
हिंदी भाषा है यहां, भारत का अभिमान।
हमको इस पर नाज़ है, करें सभी सम्मान।१।
बहु भाषा का देश हैं, भाँति भाँति की रीति।
हिंदी समता भाव से, सबसे करती प्रीति।२।
काम करें सब साथ में, भाषा हिंदी साथ।
हिंदी भाषा है यही, बिंदी सम है माथ।३।
घर-घर में बोले सभी, मधुर प्रेम के बोल।
आपस में समझे सभी, हिंदी है अनमोल।४।
देवनागरी लिपि यही, अक्षर का है भँडार।
भाषा सुंदर है यही, है अनुपम उपहार।५।