उठो साथियों | ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन
©डॉ. खन्नाप्रसाद अमीन
उठो साथियों
आगे बढ़ने के लिए
कदम मिलाकर चलना होगा
एक-दूसरे को ऊपर उठाकर चलना होगा ।
सदियों से
तुम्हारे सिर पर मंडराए हुए
काले बादल रूपी अंधेरा को
भगाना होगा
तूफानों से लड़ना होगा
चट्टानों से टकराना होगा
अस्पृश्यता और नस्लवाद का
करना होगा प्रतिकार ।
उठ खड़ा हो
इन सब के लिए
शिक्षित होना होगा
संगठित रहना होगा
संघर्ष भी करना होगा
हक और अधिकार जानने के लिए
संविधान को पढना होगा ।
तुम इतना आगे बढो
इतना आगे बढो कि-
आदमखोर भी आदाब करने लगे
तुम्हें देखकर
ऐसी योग्यताओं से तुम्हें
सुशोभित होना होगा ।।