भारत रत्न भीम | ऑनलाइन बुलेटिन
©मोहनलाल सोनल ‘मनहंस’
परिचय– पाली, राजस्थान
बाबा साहब भीमराव अंबेडकर” के 131 वे जन्म जयन्ती दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएँ….
महू मध्य पैदा हुए
भीमा बाई से भीम ।
पिता सकपाल रामजी धन्य
ऊर्जा अपार असीम ।।
बालपनै राव रूखा
भीम चौहदवे अंक ।
भारत भुमि पाताल पद
महार समाज अति रंक ।।
जगी ज्ञान की ज्योत
जगमग अलग एक भारी ।
डिग्रीया देश विदेश की
पढ आये खूब सारी ।।
ऊंचा उठे आकाश
पाया धन विद्या खजाना ।
झूका ज्ञान की प्रीत
कट्टरता भरा जमाना ।।
बना वतन विधान
ङोर एक भारी थामी ।
गरीब शोषित पिछङो के
नहीं रखी कोई खामी ।।
आप बने भारत के
प्रथम विधी -सरताज ।
शोषितो को लेकर संग
बने प्रखर् आवाज ।।
शिक्षित , संगठित बन कर
आगे बढो दिया एक नारा ।
शत् शत् नमन करता हैं
अगङा -पिछङा सारा ।।
नारी का सम्मान बढाने,
किया बडा उपकार।
हिन्दू कोड ड्राफ्ट को
दिया रूप साकार।।
पाया ‘ भारत रत्न ‘
धन्य ज्ञान विद्या लगन ।
जय भीम ऊंचा नाम
जब तक हैं धरा गगन ।।