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छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल का बड़ा फैसला : 10 वीं और 12 वीं की प्रावीण्य सूची में नहीं जुड़ेगा खेलों का बोनस अंक | newsforum

रायपुर | अपनी खेल प्रतिभा की बदौलत परीक्षा में बोनस अंक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों के लिए बुरी ख़बर है। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने खेल-कूद का बोनस अंक दसवीं और बारहवीं की प्रावीण्य सूची में नहीं जोड़ने का फैसला लिया है। गौरतलब है कि पूरे वर्ष भर पढ़ाई करने वाले छात्र खिलाड़ियों के बोनस अंक की वजह से प्रवीण्य सूची से पीछे रह जाते थे और उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता था।

 

माध्यमिक शिक्षा मंडल सचिव वीके गोयल ने कहा कि सिर्फ़ पढ़ाई करने वाले छात्र बोनस अंक के कारण पीछे हो जाते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए इस साल बोनस अंक के नियमों में परिवर्तन किया गया है। इस साल प्रावीण्य सूची में सिर्फ़ एकेडमिक का ही नंबर जुड़ेगा। खेल-कूद व अन्य विधा के माध्यम से मिला बोनस अंक प्रावीण्य सूची में नहीं जोड़ा जाएगा। प्रावीण्य सूची के नीचे वाले विद्यार्थियों को बोनस अंक का फ़ायदा मिलेगा। परीक्षा परिणाम समिति ने इस संबंध में फ़ैसला लिया है।

 

मिलते थे 10, 15 और 20 बोनस अंक

 

माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में शामिल होने वाले खिलाड़ियों को 10 अंक, राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को 15 अंक और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को 20 बोनस अंक का प्रावधान किया गया है। इसमें बदलाव होने के बाद से अब प्रावीण्य सूची में यह अंक नहीं जुड़ेगा। यह इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है कि प्रावीण्य सूची में एक-दो अंक की नहीं बल्कि दशमलव के फेरबदल में परीक्षार्थी पिछड़ जाते हैं।

©नवागढ़ मारो से धर्मेंद्र गायकवाड़ की रपट 


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