.

बिलासपुर पुलिस ने पकड़ा अवैध हथियारों का जखीरा, शहर दहलाने की साजिश नाकाम, पिस्टल, देशी कट्टा, एयर गन के साथ 4 गिरफ्तार, एसएसपी ने किया मामले का खुलासा | ऑनलाइन बुलेटिन

बिलासपुर | [छत्तीसगढ़ बुलेटिन] | बिलासपुर शहर को दहलाने की साजिश पुलिस की सक्रियता के चलते नाकाम हो गई। पुलिस ने अवैध हथियारों के साथ 4 लोगों को पकड़ने में सफलता पाई है। पुलिस ने 2 नग 7.65 एमएम पिस्टल एवं 6 जिंदा राउंड, 315 बोर के 2 देशी कट्टे एवं 2 जिंदा राउंड, 1 नग 12 बोर का देशी कट्टा व 2 एयर पिस्टल जब्त किया है।

 

बिलासपुर पुलिस ने त्यौहार से ठीक पहले हथियारों का जखीरा बरामद किया है,इसके साथ ही साफ हो गया है कि बिलासपुर का हथियारो के लिए का यूपी और बिहार बड़ा कनेक्शन है।

 

दरअसल, पचपेड़ी में हुए गोलीकांड के बाद पुलिस अवैध हथियारों को रखने वाले लोगों की सरगर्मी से तलाश कर रही है। इस दौरान पुलिस को सूचना मिली कि लाल खदान क्षेत्र में रहने वाले जय सिंह चौहान के पास अवैध हथियार मौजूद है। और वह घूम घूम कर लोगों को जान से मारने की धमकी दे रहा है।

 

मामले की सूचना मिलते ही पुलिस ने टीम बनाकर छापामार कार्रवाई की जिसमें आरोपी जय सिंह चौहान को उसके लाल खदान स्थित निवास से पकड़ा गया।

 

इस दौरान उसके घर की तलाशी भी ली गई। जिस पर पुलिस को 1 नग 315 बोर देशी पिस्टल व 1 राउंड एवं एक देसी पिस्टल 12 बोर व 1 एयर गन पिस्टल मिला। इसके बाद पुलिस ने आरोपी से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने बताया कि लाल खदान में ही रहने वाले उमेश श्रीवास के पास भी अवैध हथियार मौजूद है। जिसके बाद पुलिस ने उमेश देवास के पास से एक नाक 315 बोर देसी कट्टा व 1 जिंदा राउंड बरामद किया।

 

इसके अलावा एक अन्य आरोपी राहुल तिवारी के पास से एक देशी पिस्टल 7.65 एमएम की व 3 जिंदा राउंड व पिस्टल की 1 खाली मैगजीन बरामद हुए।

 

इसके साथ ही पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक और आरोपी अंकित वर्मा विष्णु चौक तिफरा के पास से एक 7.65 एमएम की पिस्टल व 3 जिंदा राउंड व एयर पिस्टल बरामद किया है।

 

पुलिस की इस कार्रवाई से साफ हो गया है कि एक बार फिर लाल खदान का क्षेत्र अवैध हथियारों का गढ़ बन चुका है और पुलिस की इस तरह की कार्रवाई अपराधियों के हौसले पस्त करने के लिए काफी होंगे।

 

मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी पारुल माथुर ने बताया कि आरोपियों का कोई भी पुराना क्राइम रिकॉर्ड नहीं है लेकिन यह बड़ी घटना को अंजाम दे सकते थे।

 

ये भी पढ़ें:

दीपावली | ऑनलाइन बुलेटिन

 


Back to top button