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Millet on Wheels : छत्तीसगढ़ के पहले मोबाइल मिलेट कैफे ‘मिलेट ऑन व्हील्स’ को झंडी दिखाकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया रवाना, मिलेंगे रागी, कोदो, कुटकी से बने लजीज व्यंजन | ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन

Millet on Wheels : रायपुर | [छत्तीसगढ़ बुलेटिन] | Chief Minister Bhupesh Baghel flagged off Chhattisgarh’s first mobile Millet Cafe ‘Millet on Wheels’, will get delicious dishes made of Ragi, Kodo, Kutki.

 

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज रायगढ़ जिले के खरसिया में प्रदेश के पहले मोबाईल मिलेट कैफे ‘मिलेट ऑन व्हील्स’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उच्च शिक्षामंत्री श्री उमेश पटेल व गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।

 

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर रागी से बना केक काटा। उन्होंने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे मिलेट के उपभोग के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। उन्होंने इस मोबाइल कैफे का संचालन करने वाली महिला समूह को अपनी शुभकामनाएं दीं। (Millet on Wheels)

 

गौरतलब है कि जिला प्रशासन रायगढ़ की पहल पर शुरू हुआ यह ‘मिलेट ऑन व्हील्स’ कैफे एक चलता फिरता मिलेट कैफे होगा। जिसमें रागी, कोदो, कुटकी से बने लजीज व्यंजन परोसे जायेंगे। इसे अनुभव महिला समूह संचालित करेगा।

 

इस मोबाइल मिलेट कैफे में रागी का चीला, डोसा, मिलेट्स पराठा, इडली, मिलेट्स मंचूरियन, पिज्जा, कोदो की बिरयानी और कुकीज जैसे पकवान चखने को मिलेंगे। गौरतलब है कि मोटे अनाजों के उत्पादन और उपभोग को प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर मिलेट मिशन चलाया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट ईयर के रूप में मनाया जा रहा है।(Millet on Wheels)

 

छत्तीसगढ़ में कोदो, कुटकी, रागी की समर्थन मूल्य पर की जा रही है खरीदी

 

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जहां मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में मिलेट्स को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में कोदो, कुटकी और रागी का ना सिर्फ समर्थन मूल्य घोषित किया गया अपितु समर्थन मूल्य पर खरीदी भी की जा रही है।

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इस पहल से छत्तीसगढ़ में मिलेट्स का रकबा डेढ़ गुना बढ़ा है और उत्पादन भी बढ़ा है। मुख्यमंत्री की पहल पर छत्तीसगढ़ विधानसभा में विधायकों और मीडिया के लिए मिलेट्स से बने व्यंजनों को बढ़ावा देने के लिए दोपहर भोज का भी आयोजन किया जा चुका है।

 

छत्तीसगढ़ में मिलेट कैफे भी प्रारंभ हो चुका है। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के नथिया-नवागांव में मिलेट्स का सबसे बड़ा प्रोसेसिंग प्लांट भी स्थापित किया जा चुका है। मिलेट्स को बढ़ावा देने के लिए गौठानों में विकसित किए जा रहे रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में मिलेट्स प्रोसेसिंग प्लांट लगाए जा रहे हैं।(Millet on Wheels)

 

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