गौतम बुद्ध की अलग पहचान | Newsforum
©सीमा वर्मा, (सरू दर्शिनी), बिलासपुर, छत्तीसगढ़
बिन गुरु शब्दों का मान कहां,
गुरु के बिना जग में ज्ञान कहां ।
सच्चे गुरु के बिना इस जहां में,,
मनुष्यता की पहचान कहां । ।
समाज को नई दिशा देना ही,
गुरु के जीवन का आधार है।
जीवन के अर्थों को समझाना,,
कर्तव्य निष्ठा की पहचान है । ।
ईश्वर से भी ऊपर इस जहां में,
गुरु का अपना अलग स्थान है ।
गुरु के रूप में पूजे जाते जग में,,
महावीर, गौतम बुद्ध भगवान है। ।
सेवाभाव को सर्वोपरि मानने वाले,
गौतम बुद्ध की अलग पहचान है।
गुरु को पूजने की खातिर ही,,
भारत देश की अलग पहचान है। ।
किताबों में भरा ज्ञान का भंडार है,
पर जीवन जीने का आधार कहां।
बिन गुरु शब्दों का मान कहां,,
गुरु के बिना जग में ज्ञान कहां। ।