उनका जुर्म | Onlinebulletin.in

©हरीश पांडल, विचार क्रांति, बिलासपुर, छत्तीसगढ़
वे गरीब थे
असहाय थे
शोषित थे
कमजोर थे
लाचार थे
बेबस थे
उन्हें ऐसा बनाया
किसने ?
शिक्षा से वंचित
किया ?
भूमि से खारिज
किया ?
बस्ती से स्थानांतरित
किया?
ऐसी व्यवस्था बनायी
किसने ?
हिंदू धर्म का हिस्सा
बतलाते ?
हिंदू
लिखवाते ?
अपने ही धर्म
मानने वालों को
शोषित, शूद्र, दलित
बतलाते ?
हिंदू हैं तो शूद्र क्यों ?
असमानता की नीति
बनायी किसने ?
शूद्र कहलाना है
बद्तर।
शूद्र परिवर्तन
कर जाओ
अपमानित होने से
बेहतर
इंसान हैं
तो इंसान
कहलाओ
पशुओं को माता
कहते हैं ?
इंसान से नफरत
करते हैं?
सवर्णो और शूद्रों
में अंतर क्या है?
साफ- साफ बताओ
उनका जुर्म …