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देश की उन्नति के लिए | Onlinebulletin.in

©अशोक कुमार यादव, अलवर, राजस्थान


 

 

देश की उन्नति के लिए

भ्रष्टाचार का हो काम तमाम

सरकारी तंत्र मजबूत बने

महंगाई पर लगे लगाम

बढ़ती मंहगाई के कारण ही

बिगड़ रहा है परिवारों का मेल

रोजमर्रा की चीजें हैं महंगी

दिनों-दिन बढ़ रहा है तेल

मजबूरी के कारण हो रही है

लोगों की अब नींद हराम

देश की उन्नति …

हर क्षेत्र में ही आज

बढ़ रहा है ज्यादा शोषण

जिसके कारण मुश्किल है

परिवार का पालन-पोषण

आम आदमी हो रहा है

आज भूख से परेशान

देश की उन्नति …

नफ़रत की भावना है दिलों में

आपस में प्यार नहीं है

महंगाई है चरम पर आज

लोगों को रोजगार नहीं है

चिंता सताए जा रही है

रोज ही सुबह और शाम

देश की उन्नति …

बच्चों को शिक्षा दिलाना भी

आज बहुत ही है भारी

चिकित्सा के क्षेत्र में भी

अस्पतालों में है मारामारी

बढ़ती हुई जनसंख्या पर भी

होनी चाहिए कुछ रोकथाम

देश की उन्नति…


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