प्रेयसी की प्रेरणा | ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन
🔊 Listen to this ©अशोक कुमार यादव परिचय- राष्ट्रीय कवि संगम इकाई के जिलाध्यक्ष, मुंगेली, छत्तीसगढ़. आरंभ और अंत में फर्क नहीं कोई। चिखकर एक बार मेरी आंखें रोइ।। आंसुओं का सैलाब बना है समंदर। अंतर्मन में घुट रहा अंदर-ही-अंदर।। नैसर्गिक बहार भी पतझड़ सा लगे। सुख के खुशनुमा पल में दुःख … Continue reading प्रेयसी की प्रेरणा | ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन
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