महिला जग सिरमौर | ऑनलाइन बुलेटिन
©जबरा राम कंडारा, वरिष्ठ अध्यापक
परिचय– जालोर, राजस्थान.
विधा——कविता
प्रियदर्शिनी इंदिरा गांधी, शक्तिशाली नारी थी।
जवाहर लाल की सुपुत्री, कमला की दुलारी थी।।
शांतिनिकेतन में पढ़ी, और पढ़ी जा लंदन में।
संघर्षशील थी बचपन से, देशप्रेम भरा था मन में।।
शक्तिशाली वो दबंग, सिक्का अपना चला दिया।
देश के दुश्मन को दबा, गर्व उसका गला दिया।।
बंग को आजाद किया, पाक देखता रह गया।
विश्व में चर्चित भई इंदिरा, नाम अमर रह गया।।
गरीबी का उन्मूलन किया, खोले रोजगार द्वार।
हरित क्रांति ला देश में, खुशियों की लाई बहार।।
अंतरिक्ष में झंडा गाड़ा, चन्द्र पर विमान गया।
परमाणु परीक्षण से, भारत शक्तिमान भया।।
गांव-शहर विद्यालय खोले, शिक्षा का प्रचार हुआ।
राष्ट्रीयकरण बैंकों का कर, आर्थिक सुधार हुआ।।
आयरन लेडी कहलाई, शक्ति की प्रतीक बनी।
आतंकवाद मिटा दीया, देश की दशा ठीक बनी।।
सत्ता की दक्ष प्रशासिका, महिला जग सिरमौर हुई।
इंदिरा जैसी इस दुनिया में, नहीं कोई ओर हुई।।