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शिक्षक है विद्या प्रदाता | Newsforum

©जबरा राम कंडारा, वरिष्ठ अध्यापक, जालोर, राजस्थान


 

 

 

शिक्षक है विद्या प्रदाता।

शिक्षक है भाग्य विधाता।।

 

शिक्षक ही सफल बनाता।

शिक्षक ही राष्ट्र निर्माता।।

 

शिक्षक है सर्व गुण ज्ञाता।

शिक्षक ही उपदेश सुनाता।।

 

शिक्षक बातें ठीक बताता।

सच्ची-अच्छी सीख सीखाता।

 

गुरु ज्ञानी भरम भगाता।

गुरु ही सन्मार्ग दिखाता।।

 

शिक्षक मान सर्वत्र पाता।

शिक्षक ही योग्य बनाता।।

 

दूध-शक्कर सम नाता।

समाज में यो समाता।।


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