ऐसा हिंदुस्तान हो | Onlinebulletin
©पुष्पराज देवहरे भारतवासी, रायपुर, छत्तीसगढ़
सरहदों पर लड़े न कोई
ना बॉर्डर पर श्यमशान हो
ना बॉर्डर पर श्यमशान हो
रंग भेद को जड़ से फेको
एक तिरंगा मान हो ||
एक दूसरे को गले लगाये
करें सबका सम्म्मान हो
लड़ाई झगड़ा न हिन्दू मुस्लिम
ऐसा हिंदुस्तान हो….. ||
कोई ना भूखा रहे यहाँ पर
निर्धन कोई इंसान हो
न निर्धन कोई इंसान हो
रोजगार सब मिले सभी को
मिले सबको सम्मान हो
मिले सबको सम्मान हो
ऊंच – नीच का भेद मिटाओ
न शोषित कोई इंसान हो
मानव -मानव एक समान हो
ऐसा हिंदुस्तान हो…….. ||
भ्रष्टाचार मिटे अब जड़ से
ना कर्ज में दबे किसान हो
ना कर्ज में दबे किसान हो
बाढ़ न सूखा आये पाये
न सूली चढ़े किसान न हो
न सूली चढ़े किसान हो
बेटा बेटी एक बराबर
भेद का मिटे निशान हो
कोई निर्भया न मारे जाये
नारी का सदा सम्मान हो
ऐसा हिंदुस्तान हो
ऐसा हिंदुस्तान हो ||