.

गवाही | ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन

©भरत मल्होत्रा

परिचय- मुंबई, महाराष्ट्र


 

हक में बेकसूरों के गवाही कौन पढ़ता है

यहां चेहरों पे लिखी बेगुनाही कौन पढ़ता है

=============================

 

आज अखबार बिकते हैं चंद तस्वीरों की खातिर

ये कागज़ पर जो फैली है स्याही कौन पढ़ता है

=============================

 

बिना दस्तक चले आते हैं दिल में अजनबी अक्सर

लिखा भी है आने की मनाही कौन पढ़ता है

=============================

 

उलझा है यहाँ हर कोई अपनी-अपनी फिक्रों में

हालात-ए-मुल्क पर मेरी आगाही कौन पढ़ता है

=============================

 

अब अपनी सहूलत के लिए फतवे निकलते हैं

तेरा अब हुक्मनामा या इलाही कौन पढ़ता है

=============================

 

नाफरमानियां शामिल हैं फितरत में यहां सबकी

होगा फरमान तेरा शहंशाही कौन पढ़ता है

=============================

 

शहर के लोग हैं मसरूफ सब पैसा कमाने में

दुआ-ओ-नीमशब-ओ-सुबहगाही कौन पढ़ता है

=============================

 

ये खबर भी पढ़ें:

Crypto News : निवेशकों की हुई बल्ले-बल्ले! सात दिन में ही पैसा किया डबल, इस क्रिप्टो ने किया निवेशकों को किया मालामाल, यहाँ जाने क्या है क्रिप्टो का नाम | ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन

 


Back to top button