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मदद करदे | Newsforum

©प्रीतामप्यारे मार्शल, बिलासपुर, छत्तीसगढ़


 

जेती ल देखबे तेती छाये हे कोरोना के कहर।

आर्थिक रूप ले मंदी छाये हे गांव लेके शहर।।

 

ए कोरोना ले कतको घर म राशन के कमी हे।

बहुंतो घर अपन ल खोये के आँखी म नमी हे।।

 

चारो कती बर कोरोना हर मचाये हेवय तबाही।

न जाने संगी अऊ कतका दिन ले एहर सताही।।

 

न जाने कतका लईका, सियान भूखा सोवत हे।

करदे भलाई जी कतको जन तंगई म रोवत हे।।

 

आज नहीं त कल कमा लेबो जांगर म सकती हे।

कर भलाई जरूरतमंद के इंशानियत म भगती हे।।

 

मदद करेले जी कतको ल आक्सीजन मिल जाही।

ईलाज बरजी  मरीज ल हॉस्पिटल बेड मिल पाही।।

 

कतको महतारी के कोरा सुन्ना होय ले बच जाही।

कर सहयोग दुख म जीयत भर तोर गुन ल गाही।।

 

दुआ दिही तोला संगी जो संकट म साथ निभाबे त।

खुशहाल हो जही कतको घर अंगना हाथ बढ़ाबे त।।


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