किस बात की है लड़ाई ….

©राजकुमार समुंद्रे
परिचय- अध्यक्ष- सुदर्शन समाज, बिलासपुर, छत्तीसगढ़.
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किस बात का घमंड है
किस बात की है लड़ाई
आओ चलें सब मिलकर
करें समाज की भलाई…
ना रह जाता है पद कोई
ना हम तुम रह जाएंगें
रह जाएगीं तो बस यादें
और हमारी बुराई भलाई
तो फिर किस बात की लड़ाई….
कल कोई और था मुखिया
कल भी कोई करेगा अगुवाई
ना कोई सदा रहा है यहां
ना किसी की सदा चल पाई
तो फिर किस बात की लड़ाई….
बच्चों को तुम खूब पढ़ाओ
रखो आसपास तुम सफाई
मान बढ़ाओ अपने कुल का
पंहुचकर आकाश की ऊंचाई
आखिर किस बात की लड़ाई….
गर बंद हो गए रास्ते तो क्या
चलो नये रास्ते बनाएं भाई
इक दूजे का हाथ पकड़ कर
दुरियां सभी मिटाएं भाई
आखिर किस बात की लड़ाई….
किस बात का घमंड है
और किस बात की है लड़ाई
आओ चलें सब मिलकर
करें समाज की भलाई…
समाज की भलाई…
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