डॉ आंबेडकर | ऑनलाइन बुलेटिन
©राजेश श्रीवास्तव राज
परिचय– गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश.
विधि वेत्ता विधि मंत्री विधि के तुम प्रणेता थे।
मसीहा बन दलितों को तारनेधरा पर आए थे।।
गुलामी की जंजीरों से भारत वासी जकड़े थे।
दलित शोषण, उपेक्षा की दास्तां में जकड़े थे ।।
माता भीमाबाई जी पिता जी श्री राम जी थे।
मध्य प्रदेश, महू प्रांत में आंबेडकर पैदा हुए थे ।।
आंबेडकर जी उच्च शिक्षा प्राप्त कर आए थे।
अंग्रेजी सत्ता से लड़ने कानून पढकर आए थे।।
पत्नी रमाबाई को लेकर संघर्ष सदा करते थे।
महार जाति विकास में सदा अग्रसर होते थे।।
अपनी कुछ विशेष शर्तें गांधी से मनवाए थे।
छुआछूत कुरीति से ही बौद्ध धर्म अपनाए थे ।।
देश की स्वयं विधि हो संविधान बनवाए थे।
“भारतरत्न” का मान आंबेडकर जी पाए थे ।।
धन्य है ऐसा लाल, धन्य है उसके मातु पिता।
धन्य है भीमराव आंबेडकर का राष्ट्र समर्पण।।