.

जय गनेश देवता…

Ashok Kumar Yadav 'Shikshadoot', Mungeli, Chhattisgarh 1200
अशोक कुमार यादव

©अशोक कुमार यादव

परिचय- मुंगेली, छत्तीसगढ़.


 

तोर जय होवय गनेश देवता। करहूँ मैंय हा मान-मनौता।।

जिनगी मा सुख तैंय लाए हच। बिगड़े काम ला बनाए हच।।

 

बिकट दुख मैंय पावत रेहेंव। अपने-अपन नठावत रेहेंव।।

कुलूप छाए रहिसे अँधियारी। किरपा करके करे उजियारी।।

 

एक दिन करेंव परतिगिया। घर ले जाहूँ गनपति मोरिया।।

रोज पूजा-पाठ, सेवा करहूँ। तोर नाव ला मने-मन सुमरहूँ।।

 

तोला दाई-ददा जान के लाहूँ। मीठ लड्डू के भोग लगाहूँ।।

धोतिया, बंगाली तोला पहिराहूँ। तोर हाथ-पाँव ला दबाहूँ।।

 

तोर बंदना ला रात-दिन गाहूँ। नरियर अउ फूल चढ़हाहूँ।।

धूप,दीया अउ अगरबत्ती जलाहूँ। घेरी-बेरी आरती उतारहूँ।।

 

रहिबे मोर संग दस दिन ले। ओखर बाद चल देबे छोड़ के।।

मंगल, समरिद्धी, मोला देके। गियान के खूब बरसा करदे।।

 

🔥 सोशल मीडिया

 

फेसबुक पेज में जुड़ने के लिए क्लिक करें

https://www.facebook.com/onlinebulletindotin

 

व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें

https://chat.whatsapp.com/Cj1zs5ocireHsUffFGTSld

 

ONLINE bulletin dot in में प्रतिदिन सरकारी नौकरी, सरकारी योजनाएं, परीक्षा पाठ्यक्रम, समय सारिणी, परीक्षा परिणाम, सम-सामयिक विषयों और कई अन्य के लिए onlinebulletin.in का अनुसरण करते रहें.

 

🔥 अगर आपका कोई भाई, दोस्त या रिलेटिव ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन में प्रकाशित किए जाने वाले सरकारी भर्तियों के लिए एलिजिबल है तो उन तक onlinebulletin.in को जरूर पहुंचाएं।

 

ये खबर भी पढ़ें:

ऑनलाइन बुलेटिन : जंग अभी भी जारी है…

 


Back to top button