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प्रेम का महत्त्व | ऑनलाइन बुलेटिन

©अशोक कुमार यादव

परिचय– अलवर, राजस्थान


 

 

प्रेम जीवन का रस है

प्रेम ही रिश्ता नाता है

बिना प्रेम के यहां

जीवन नर्वस बन जाता है

प्रेम की शक्ति के आगे

 हर इंसान झुका है

कितना भी हो जटिल काम

 वो रोके नहीं रुका है

 प्रेम तत्व ही जीवन की

 राह आसान बनाता है

बिना प्रेम के ……………

आपसी प्रेम से ही बनता

 कुछ भाईचारा खास है

 प्रेम में ही सदा

 होता ईश्वर का वास है

प्रेम का महत्त्व ही जीवन में

नफ़रत की जड़ें मिटाता है

बिना प्रेम के ……………..

प्रेम के कारण ही बनते

 अपने और पराये हैं

जिसने भी अपनाया प्रेम भाव

 वे ही सुख से रह पाए हैं

 प्रेम का मार्ग ही हमारे

जीवन को सार्थक बनाता है

बिना प्रेम के ………………

 प्रेम दिलों की धड़कन है

 प्रेम अखंड और अशेष है

 प्रेम ही शक्ति का स्वरूप

 प्रेम ही ब्रह्मा, विष्णु, महेश है

 प्रेम भाव के कारण ही

 जीवन सुखमय बन जाता है

बिना प्रेम के ………………..


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