आदर्श शिक्षक | ऑनलाइन बुलेटिन
©पूनम सुलाने-सिंगल
परिचय- श्रीनगर से….
नव राष्ट्रनिर्माण की,
जिम्मेदारी निभाते है।
लुटाकर मोती ज्ञान के
जीवन संपन्न बनाते है।
देकर संस्कार सद्गुणों के,
सदाचार सिखाते है।
वीरता के पाठ सुनाकर
देशभक्ति मन में जगाते है।
बनकर माली,
नन्हें फूल खिलाते है।
त्याग सुखों का करके
सच की राह दिखाते है।
तम अज्ञान का मिटाकर
ज्ञान की, ज्योति जलाते है।
हर मुश्किल जो पार लगाए
वो आदर्श शिक्षक कहलाते है।