लोकल ट्रेनों का ‘स्पेशल’ किराया, 10 का किराया बढ़कर 30 रुपए हुआ | newsforum
पैसेंजर ट्रेनों को फिलहाल स्पेशल ट्रेन नाम से चलाया जा रहा है। ट्रेनों की सुविधा पहले की ही तरह है लेकिन स्पेशल का टैग लगने के बाद ट्रेनों के किराए में जरूर बेतहाशा वृद्धि की गई है।
बिलासपुर | कोरोना वायरस का फैलाव रोकने रेलवे ने ट्रेनों के संचालन पर रोक लगाई थी। कुछेक ट्रेनों को छोड़कर यह स्थिति अब भी बनी हुई है। रेलवे ने अब स्थानीय वे डेलीवेजेस यात्रियों को राहत देते हुए बीते 12 तारीख से कुछ लोकल ट्रेनों का परिचालन करना शुरू कर दिया है। जिससे दूसरे जिलों में नौकरी कर रहे कर्मचारियों को तो राहत मिली है लेकिन उनकी जेब पर बड़ा असर पड़ा है। रेलवे ने पिछले यात्री किराए के मुकाबले कहीं तिगुनी तो कहीं दुगुनी बढ़ोतरी की है।
10 रुपए का किराया 30 रुपए हुआ
11 महीने से बंद लोकल ट्रेनों को जब शुरू करने का ऐलान किया गया तो दैनिक रेलयात्री सबसे अधिक खुश हुए लेकिन उनके चेहरे की ये खुशी उस वक्त काफूर हो गई जब दैनिक यात्रियों को 10 रुपए के किराए की जगह 30 रुपए देने पड़े।
किराया बढ़ने से यात्रियों में नाराजगी
लंबे समय से कोरोना के कारण रेल यातायात बाधित रहा। अब जब महीनों बाद कुछ लोकल ट्रेनों का परिचालन शुरू किया गया तो यात्रियों की परेशानी कम होने के बजाय और अधिक बढ़ गई है। यात्रियों ने बेतहाशा किराया वृद्धि को सिरे से नकारा है और रेलवे की इस पहल की कड़ी निंदा की है। यात्रियों ने कहा कि कोरोनाकाल में सभी की स्थिति खराब हुई है। कइयों की नौकरी तक छूट गई। ऐसे में यात्री किराए में वृद्धि समझ से परे है।
बिलासपुर से रायपुर का किराया 30 से बढ़कर 55 हुआ
यात्रियों ने कहा कि पैसेंजर और लोकल ट्रेनों में वैसे भी अधिकतर कम आमदनी वाले गरीब लोग ट्रैवल करते हैं। उनकी जेब पर किराए के रूप में अधिक बोझ डालना सही नहीं है। पहले बिलासपुर से रायपुर जाने पर लोकल ट्रेनों में 30 रुपए के किराए से काम चल जाता था, तो वहीं अब यह किराया लगभग दोगुनी यानी 55 रुपए हो गया है। इसी तरह मेमू और अन्य ट्रेनों में भी अधिक किराए से यात्री परेशान हैं।
एक नजर बिलासपुर-रायपुर के बीच के किराये पर
स्टेशन | किराया पहले(रुपये में) | किराया अब (रुपये में) |
बिलासपुर से दाधापारा | 10 रुपये | 30 रुपये |
बिलासपुर से चकरभाठा | 10 रुपये | 30 रुपये |
बिलासपुर से बिल्हा | 10 रुपये | 30 रुपये |
बिलासपुर से दगौरी | 10 रुपये | 30 रुपये |
बिलासपुर से निपनिया | 10 रुपये | 30 रुपये |
बिलासपुर से भाटापारा | 15 रुपये | 30 रुपये |
बिलासपुर से हथबन्द | 20 रुपये | 40 रुपये |
बिलासपुर से तिल्दा | 20 रुपये | 45 रुपये |
बिलासपुर से बैकुंठ | 20 रुपये | 45 रुपये |
बिलासपुर से सिलयारी | 25 रुपये | 50 रुपये |
बिलासपुर से रायपुर | 30 रुपये | 55 रुपये |
रेलवे बोर्ड का हवाला दे रहे अधिकारी
रेल अधिकारी इस मामले में रेलवे बोर्ड के निर्णय का हवाला देते हुए किराए वृद्धि के सवाल पर मामले को टालते हुए नजर आए। फिलहाल यात्रियों को अधिक किराया का बोझ तो उठाना पड़ रहा है लेकिन रेलवे प्रशासन आगे कुछ निर्णय लेने की बात कहकर फिलहाल अपनी जिम्मेदारी से बचते नजर आ रहा है। किराए को लेकर कुछ भी स्पष्ट संकेत नहीं दिया जा रहा है।