.

Vipassana | भगवान बुद्ध पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने ‘आत्मा -परमात्मा’ के बिना ध्यान करने की विधि विपस्सना दी…

Buddha
डॉ. एम एल परिहार

©डॉ. एम एल परिहार

परिचय- जयपुर, राजस्थान.


 

Vipassana : Buddha is a psychiatrist, a great scientist. He is not a religious leader, not the founder of a religion. Because in religion, the concept of soul and God is the main thing. Buddha did not establish any religion or sect, nor did he become the head, nor did he appoint anyone as his successor at the time of his death, but only told everything to Dhamma.(Vipassana)

 

नलाइन बुलेटिन डॉट इन: Vipassana : भगवान बुद्ध पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने ‘आत्मा -परमात्मा’ के बिना ध्यान करने की विधि दी- विपस्सना.. मन को एकाग्र और वश में कर दुखों से मुक्ति की विद्या सिखाई.

 

तथागत ने मनुष्य को उसकी विराट क्षमता का एहसास कराया और उद्घोष किया– अत्ता ही अत्तनो नाथो को हि नाथो परो सिया अर्थात तुम ही अपने स्वामी हो, कोई और नहीं..(Vipassana)

 

भगवान बुद्ध ने ईश्वर की मान्यता को ध्यान के लिए जरूरी नहीं माना .उन्होंने कहा ध्यान तो स्वास्थ्य है तुम स्वस्थ हो सकते हो. फिर शेष तुम खोज लेना. मैं तो मार्ग बताने वाला हूं, मैं तो डॉक्टर हूं, तुम्हें रोग से मुक्त करने वाला.

 

बुद्ध एक मनोचिकित्सक है, महान वैज्ञानिक है. वह धर्मगुरु नहीं है, धर्म के संस्थापक नहीं है. क्योंकि धर्म में तो आत्मा परमात्मा की धारणा ही प्रमुख होती हैं. बुद्ध ने किसी धर्म या संप्रदाय की स्थापना नहीं की, न मुखिया बने और न अपने देहांत के समय किसी को उत्तराधिकारी बनाया बल्कि सिर्फ धम्म को सबकुछ बताया.(Vipassana)

 

बुद्ध जैसे व्यवहारिक व्यक्ति और कहीं नहीं मिलेंगे, जिन्होंने मनुष्य के जरुरी, बुनियादी मुद्दों की ही बात की. उन्होंने मनुष्य की असली तकलीफ को पकड़ा और कहा ,यह तकलीफ दूर हो सकती है. इसके लिए उन्होंने चार आर्य सत्यों की घोषणा की.. मनुष्य दुखी हैं ,दुख का कारण है .दुख के कारण का निवारण हैं और दुख मिटाने के मार्ग हैं, उपाय हैं .

 

शाक्य मुनि बुद्ध कहते है यह एक ऐसी ही दशा हैं जहां दुख नहीं रह जाता. दुख निरोध हो जाता है. और जहां दुख नहीं होगा वहां सुख ही होगा, स्वास्थ्य ही होगा. वह तुम स्वयं अनुभव कर लेना, जान लेना, समझ लेना. और जिन्होंने भी अनुभव किया, जान लिया उन्होंने कहा नहीं कि वह अनुभूति कैसी है. क्योंकि यह तो गूंगे का गुड़ है जिसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता.(Vipassana)

 

भवतु सब्ब मंगल..सबका कल्याण हो..सभी प्राणी सुखी हो

 

Buddha
डॉ. एम एल परिहार

? सोशल मीडिया

 

फेसबुक पेज में जुड़ने के लिए क्लिक करें7

https://www.facebook.com/onlinebulletindotin

Vipassana

व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें

https://chat.whatsapp.com/Cj1zs5ocireHsUffFGTSld

 

ONLINE bulletin dot in में प्रतिदिन सरकारी नौकरी, सरकारी योजनाएं, परीक्षा पाठ्यक्रम, समय सारिणी, परीक्षा परिणाम, सम-सामयिक विषयों और कई अन्य के लिए onlinebulletin.in का अनुसरण करते रहें.

 

? अगर आपका कोई भाई, दोस्त या रिलेटिव ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन में प्रकाशित किए जाने वाले सरकारी भर्तियों के लिए एलिजिबल है तो उन तक onlinebulletin.in को जरूर पहुंचाएं।(Vipassana)

 

ये खबर भी पढ़ें:

Employee News | लो आ गई कर्मचारियों के लिए गुड न्यूज़, एक साथ मिलेगा 24 महीने का एरियर, अगले महीने खाते में आएगी रकम….

 


Back to top button